सीहोर। शनिवार रात हुई एक सनसनीखेज घटना जिसमें कांग्रेस नेता को पंचायत सचिव द्वारा गोली मारने का आरोप था, ने नया टर्न ले लिया है। एफआईआर के समर्थन में पुलिस को कोई गवाह, सबूत नहीं मिल रहे हैं। पुलिस समझ नहीं पा रही है कि कांग्रेस नेता को गोली किसने मारी।
शनिवार की रात को इछावर थाना अंतर्गत ग्राम आमला नबाबाद निवासी कांग्रेस नेता मंडी संचालक 45 वर्षीय देवेन्द्र सिंह चन्द्रवंशी को गोली मारकर गंभीर रुप से घायल कर दिया गया था। गोली उनकी जांध में लगी थी, पुलिस को अपने बयान में कांग्रेस नेता द्वारा कहा गया था कि पंचायत सचिव घीसीलाल और उनके सहयोगी शिवनारायण द्वारा एक राय होकर हमला किया गया था देशी कट्टे से फायर पंचायत सचिव घीसीलाल द्वारा किया गया था जिसके आधार पर पुलिस ने हत्या की कोशिश करने का अपराध कायम कर लिया था।
देर रात इलाज के बाद जिला अस्पताल से कांग्रेस नेता देवेन्द्र सिंह चन्द्रवंशी को भोपाल रेफर कर दिया गया था वे भोपाल में अपना इलाज एक निजी अस्पताल में करा रहे है। इधर पुलिस द्वारा विभिन्न लोगों से पूछताछ कर रही है, आरोपियों के परिजनों से भी पूछताछ की गई जिसमें उनके द्वारा मामले को झूठा करार दिया जा रहा है उनका कहना कि घटना जिस समय की बताई जा रही है उस समय आरोपी भोपाल के कैंसर अस्पताल में था।
पुलिस सूत्र बता रहे है कि घटना स्थल पर भी ऐसा कुछ नहीं मिला है जो यह प्रमाणित कर कि यहां ऐसी कोई घटना हुई है और न ही कोई चश्मदीद गवाह सामने आया है। चूंकि आरोपी नामजद है इसलिए प्रकरण दर्ज किया गया पर हकीकत तक पहुंचनें के लिए जांच की जा रही है।
उधर कांग्रेस नेता देवेन्द्र सिंह चन्द्रवंशी के पक्ष के लोगों का कहना है कि मामला एकदम साफ है आरोपी को स्वयं देखा गया है। आरोपी की शिकायत की गई थी उसी से नाराज होकर इस घटना को अंजाम दिया गया है पुलिस द्वारा इस दिशा में राजनीतिक दवाब में काम किया जा रहा है। बहरहाल आरोप प्रत्यारोप और सबूत जुटाने का कार्य लगातार किए जाने की संभावना है देखना है कि मामला क्या रंग दिखलाता है।