भोपाल। सेटटॉप बॉक्स के नाम पर केबल आपरेटर्स द्वारा वसूली जा रही मनमानी रकम के मामले में भोपाल के उपभोक्ताओं की नाजरागी बढ़ती जा रही है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जो सेटटॉप बॉक्स किसी दूसरी केबल पर अनुपयोगी है, उसे कोई खरीदे ही क्यों।
भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा देश के 15 राज्यों के 34 शहरों, जिसमें भोपाल भी शामिल है। तीन साल के भीतर केबल टीवी को डिजिटलाइजेशन किया जाना है। इसके लिए 31 मार्च अंतिम तारीख भी तय की गई है। इसके बाद टीवी पर केबल का प्रसारण बंद कर दिया जाएगा। इसी का फायदा उठाकर केबल आपरेटर मनमाना पैसा वसूल रहे हैं।
यही नहीं, आपरेटरों ने जिन उपभोक्ताओं के घरों में दो से तीन महीने पहले जागरूक करने के उद्देश्य से सेट-टॉप बॉक्स इंस्टाल किए थे। अब उसी के पैसे मांग रहे हैं और 31 मार्च तक न देने पर प्रसारण बंद करने की चेतावनी दे रहे हैं। हैथवे के एजीएम फूल सिंह वासले ने बताया कि पहले मुफ्त में सेट-टॉप बॉक्स लगाए गए थे। अब आपरेटर उसका पैसा मांग रहे हैं तो यह उपभोक्ता और केबल आपरेटर के बीच की बात है। इसमें हम कुछ नहीं कर सकते।
तो बंद हो जाएगा प्रसारण
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने एमएसओ को 31 मार्च तक राजधानी के सभी केबल उपभोक्ताओं के घरों में सेट-टॉप बॉक्स लगाने की डेड लाइन तय की है। बावजूद अभी तक शहर के 42 फीसद घरों में ही सेट-टॉप बॉक्स लग पाए हैं। ऐसे में 58 फीसद घरों में केबल टीवी का प्रसारण बंद किया जा सकता है।