पहाडग़ढ़। प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में शुक्रवार को आयोजित प्रतिभा पर्व के दौरान कहीं तो परीक्षा नहीं हुई और कहीं शिक्षकों ने ही उत्तर पुस्तिकाएं लिख डालीं। स्कूलों का निरीक्षण करने पहुंचे ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बृजेश शर्मा ने यह आलम खुद देखा।
पहाडग़ढ़ जनपद क्षेत्र के जैपुर गांव स्थित प्राइमरी स्कूल में शुक्रवार को प्रतिभा पर्व जैसा कोई आयोजन नहीं हुआ। गांव के लोगों ने बीईओ को पंचनामा बनाकर दिया कि सीएसी ने रिकार्ड ले जाकर कन्हार में रख दिया है। इस स्कूल में दर्ज 40 में से एक भी छात्र प्रतिभा पर्व में उपस्थित नहीं था। यह एक ऐसा स्कूल है जहां बच्चों के बैठने के लिए बिल्डिंग नहीं है।
एक ही हैंडराइटिंग में लिखी मिलीं कापियां
प्राइमरी स्कूल सहरियापुरा के निरीक्षण के दौरान बीईओ शर्मा ने कक्षा एक से पांच तक की उत्तर पुस्तिकाएं एक ही हैंडराइटिंग में लिखी पाईं। किसी भी उत्तर पुस्तिका पर छात्र-छात्रा का नाम अंकित नहीं था। श्री शर्मा ने कहा कि यह उत्त्तरपुस्तिकाएं शिक्षकों द्वारा ही लिखी गई हैं। प्रतिभा पर्व के दौरान 77 में से 45 छात्र ही उपस्थित थे।
देवरा में बीईओ ने बंटवाए पेपर
मिडिल स्कूल देवरा में शुक्रवार की दोपहर 12.30 बजे तक प्रतिभा पर्व के प्रश्न-पत्र छात्रों को बांटे नहीं गए थे। बीईओ बृजेश शर्मा ने खुद पेपर बंटवाए और परीक्षा संपन्न कराई। इस स्कूल में दर्ज 78 में से आठ छात्र ही प्रतिभा पर्व में उपस्थित पाए गए। एक छात्रा पढ़ रही दो स्कूलों में : कन्हार प्राइमरी स्कूल के निरीक्षण के दौरान एक छात्रा अंजलि रजक ऐसी मिली जो वहां कक्षा पांच में पढ़ रही है और कैलारस के स्कूल में उसका नाम कक्षा दो में दर्ज है। यह छात्रा पंचायत सचिव रामजनक रजक की बेटी बताई गई।
उत्तर पुस्तिकाओं पर नहीं थे
नाम प्राइमरी स्कूल धौंधा में प्रतिभा पर्व के दौरान बीईओ ने कक्षा दो की सात उत्तर पुस्तिकाएं ऐसी पकड़ीं जिन पर किसी छात्र-छात्रा का नाम अंकित नहीं था। उत्तर पुस्तिकाओं में सवालों के उत्तर एक ही हैंडराइटिंग में पूरे लिखे हुए थे।जैपुर में नहीं मिला एक भी छात्र॥प्रतिभा पर्व के दौरान स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति कम पाई गई। कुछ स्कूलों में एक ही हैंडराइटिंग में लिखी बिना नाम की उत्तर पुस्तिकाएं पाई गईं हैं। यह उत्तर पुस्तिकाएं शिक्षकों ने ही लिखी हैं। जैपुर स्कूल में बच्चे उपस्थित नहीं थे तो देवरा में परीक्षा देर से शुरू हुई।
बृजेश शर्मा, ब्लॉक
शिक्षा अधिकारी पहाडग़ढ
श्योपुर जिले के स्कूलों में देखिए क्या क्या हुआ
मडिल स्कूल क्रमांक दो श्योपुर
समय : 11.50 बजे
दर्ज बच्चे : 211
उपस्थित :147
स्थिति: छात्र समूह में पेपर के सही ऑप्शन पर टिक लगा रहे थे। दोपहर 12 बजे स्कूल में पहुंची सत्यापन अधिकारी लक्ष्मी पाठक ने पहले सातवीं कक्षा के छात्रों से अंग्रेजी के सवालों के जवाब पूंछे तो एक भी छात्र जवाब न्हीं दे पाया। आधे से ज्यादा छात्राएं तो अंग्रेजी भी नही पढ़ पाईं। आठवीं के छात्रों से पर्यवेक्षक ने संस्कृत का श्लोक पूछा तो एक भी छात्र श्लोक नहीं बोल पाया।
मिडिल स्कूल कलारना
समय: 12.00 बजे
दर्ज बच्चे: 130
उपस्थित: 78
स्थिति: सातवीं के छात्रों को शिक्षिका निगार फातिमा बोर्ड पर लिखाकर गणित के सवाल व पेपर में से सही ऑप्शन बोलकर बच्चों से पर्चा हल करवाती मिलीं। वहीं कक्षा छह व आठवीं के कमरों में बच्चे झुंड बनाकर पेपर हल किए।
प्राइमरी स्कूल अंबाला का सहराना
समय : 12.10 बजे
दर्ज बच्चे : 113
उपस्थित : 00
स्थिति: स्कूल में दोनों शिक्षक अपनी कुर्सियों पर बैठे थे। रजिस्टर में 113 बच्चों के नाम दर्ज हैं, लेकिन दोपहर 12.10 बजे स्कूल में एक भी छात्र नहीं था। एक हॉल में चार बस्ते जरूर रखे हुए थे। शिक्षक भी नहीं बता पाए कि बच्चे प्रतिभा पर्व में क्यों नहीं आए।
प्राइमरी स्कूल कटरना सहराना
समय : 12.25 बजे
दर्ज बच्चे : 79
उपस्थित : 12
स्थित: सभी 12 बच्चे एक कमरे में झुंड बनाकर बैठे थे। बच्चों के सामने एक पेपर रखा हुआ था, जिसमें प्रश्रों के सही ऑप्शनों पर निशान लगे थे। बच्चे नकल कर सही निशानों पर टिक लगा रहे थे। सत्यापन अधिकारी नवल सिंह गुर्जर नियुक्त हुए हैं, लेकिन वह प्रतिभा पर्व का समय खत्म होने तक स्कूल मेंं नहीं पहुंचे।
मिडिल स्कूल मानपुर
समय : 12.15
दर्ज बच्चे : 245
उपस्थित : 122
स्थिति : प्रतिभा पर्व का समय 11 से दोपहर एक बजे तक का था, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने दोपहर 12 बजे ही बच्चों की छुट्टी कर दी। 12.15 बजे स्कूल खाली था। प्रभारी हेड मास्टर कमल सिंह जाटव ने बताया कि प्रतिभा पर्व 12 बजे तक चला था और उसमें 122 बच्चों ने भाग लिया था। दोपहर 1 बजे से स्कूल मे हाईस्कूल के प्रेक्टिकल होने के कारण बच्चों की जल्दी छुट्टी करनी पड़ी।