भोपाल। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लाज बाल बाल बच गई। मध्यप्रदेश के हड़ताली अध्यापकों की योजना थी कि वो कार्यसमिति स्थल पर जाकर पर्चा बांटें परंतु अंतिम समय में उन्होंने यह योजना टाल दी।
मध्यप्रदेश के हड़ताली अध्यापक अपनी समस्याओं की ओर ध्यान खींचने के लिए हर अवसर का लाभ उठा रहे हैं। गुरूवार को उन्होंने महानायक अभिताभ बच्चन को ज्ञापन सौंपा तो शनिवार को राजधानी के भिखारियों से मदद की गुहार लगाई। इसके अलावा कहीं जलसत्याग्रह तो कहीं भाजपा के महाजनसंपर्क अभियान में घुसकर नेताओं का घेराव पूरे प्रदेश में चल रहा है।
इसके इतर दिल्ली में भी अपनी आवाज पहुंचाने के लिए पिछले दिनों तय किया गया था कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह के बंगले के सामने जाकर धरना दिया जाएगा ताकि प्रेशर क्रिएट किया जा सके परंतु अभी तक इसकी तारीख तय नहीं हुई।
इधर कुछ अध्यापकों ने अपने स्तर पर रणनीति तैयार की कि वो भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दौरान अपनी समस्याओं और शिवराज सिंह चौहान की वादा खिलाफी के संदर्भ में पर्चा वितरण करेंगे। भोपालसमाचार.कॉम को मिल रही जानकारी के अनुसार यह योजना संयुक्त अध्यापक मोर्चा की नहीं थी परंतु कुछ अध्यापकों ने एक गुट ने इस निर्णय को ले इस पर अमल शुरू कर दिया था।
ऐन वक्त पर यह कार्यक्रम टाल दिया गया और कम से कम अपने ही घर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की साख सलामत रह पाई।