राघौगढ़। कांग्रेस महासचिव की पत्नी एवं राधौगढ़ की रानी सा. आशा सिंह को शुक्रवार दोपहर डेढ़ बजे अंतिम विदाई दी गई। इसके पहले सुबह सवा 11 बजे उनकी पार्थिव देह अंतिम दर्शन के लिए किला परिसर में एक विमान में रखी गई। करीबन पौने 12 बजे अंतिम यात्रा शुरू हुई जो साढ़े 12 बजे धीरपुर पहुंची।
श्रीमती सिंह को उनके पुत्र जयवर्धन सिंह ने मुखाग्नि दी। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह काफी भावुक हो गए और मित्रों के गले लिपट गए उनकी आंखों से आंसू भी छलक आए। सुबह से ही किला परिसर में लोगों का हुजूम उमड़ आया। धीरे-धीरे भीड़ बढ़ती गई और करीबन डेढ़ लाख लोग इस मौके पर जुटे।
सुबह नौ बजे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा, संस्कृति मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री केएल अग्रवाल, मप्र के राज्यपाल रामनरेश यादव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री कमलनाथ, केंद्रीय मंत्री मार्तण्ड सिंह, केंद्रीय चरणदास महंत, बीके हरिप्रसाद, झांसी से सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत, विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, फिल्म अभिनेता राज बब्बर, तुलसीराम सिलावट, हुकुमसिंह कराडा, सज्जन सिंह वर्मा, जगदगुरु कृपालु जी महाराज, महामण्डलेश्वर विशुद्वानंद महाराज भी शरीक हुए।
इसके अलावा मप्र के नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश कांग्रेस नेता गोविंद गोयल, सांसद नारायण सिंह आमलावे, रविंद्र चौबे, सज्जन सिंह वर्मा, उज्जैन सांसद प्रेमचंद गुडडू, आरिफ अकील, देशराज सिंह यादव, जेपी ग्रुप के डाइरेक्टर सनी गौर, सुभाष सोजतिया, गुना विधायक राजेंद्र सिंह सलूजा, शिवनारायण मीणा, यूपी के मंत्री आजम खान, छत्तीसगढ़ के नंदकुमार पटेल, कैलाश सारंग सहित बड़ी संख्या में सांसद, विधायक, राजनीतिक दलों के लोग, उद्योगपति और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शरीक हुए।
