सीहोर। इस युग में जबकि किसान पुत्रों का मोह खेती से भंग हो रहा है, ऐसे में 10वीं का एक स्टूडेंट फेसबुक के बजाए खेती करने लगे तो विषय उल्लेखनीय हो जाता है। इस क्रिएटिव स्टूडेंट का नाम है चिनार बजाज और इन दिनों यह सीहोर में अपने मौसाजी के यहां छुट्टियां मनाने आया हुआ है। अपने साथ वो अपने खेत की सब्जियां भी लाया है।
एकलव्य स्कूल अहमदाबाद से कक्षा दसवीं की परीक्षा दे चुके चिनार ने बताया कि अभी उसका रुझान सब्जी लगाने में अधिक है, फिलहाल उसने अपने छोटे से खेत में आलू, बैंगन, प्याज, टमाटर, मिर्च, धनिया, बीटरुट, गाजर की पैदावार करता है। शुरु से ही खेती की तरफ रुझान होने के कारण इंटरनेट पर आधुनिक खेती के प्रयोग तथा इस दिशा में चल रहे विभिन्न रिसर्च और स्कोप को देखते हुए मैनें अपना ध्यान इधर लगाना प्रारंभ किया है।
आज स्थिति यह है कि मुख्य सब्जी न तो उसके परिवार को खरीदनी पड़ती है और न ही अन्य रिश्तेदारों को यहां तक की पड़ोसियों की मांग भी चिनार पूरी कर देता है। यही नहीं कई बार फरमाईश की सब्जी का भी उत्पादन कर देता है।
चिनार का कहना है कि अभी तक तो सारा ध्यान पढ़ाई में लगाता है पर सुबह शाम बिना किसी नागा के वो इनकी देखभाल करना नहीं भूलता है रोजाना तीन से चार घंटे से भी अधिक समय वो इस काम को देता है जिस दिन वो बाहर रहता है उस दिन वो अपने कर्मचारी के संपर्क में रहकर पूछताछ जरुर करता है।
मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा खेती की दिशा में दिए जा रहे प्रोत्साहन से भी उसे प्रेरणा मिलती है। चिनार का कहना है कि पढ़ाई पूरी होने पर वो सब्जी के अलावा फूलों की खेती करने की भी चाह है उसका कहना है कि आज के युग में इसमें काफी स्कोप है और इंटरनेट के माध्यम से वे अपने उत्पाद को देश दुनिया तक पहुंचाने का जज्बा रखता है।