गैरतगंज।राकेश गौर। रायसेन जिले की गैरतगंज तहसील के ग्राम भानपुरगंज में स्थित माता जानकी एवं लवकुश मंदिर पर रविवार को विशाल मेले का आयोजन किया गया। मिनी करीला के नाम से मशहूर इस स्थान पर लगभग 10 वर्ष से रंगपंचमी को यह आयोजन होता है तथा मनोकामना पूर्ति को लेकर दूर दराज से हजारों लोग यहां पहुंचकर राई नृत्य बधाई के रूप में करवाते है। रायसेन जिले में यह अपने आप में अकेला आयोजन है,जिसमें हर साल हजारों लोग शामिल होते है।
जिले की गैरतगंज तहसील मुख्यालय से महज पांच किमी दूर सिलवानी रोड पर स्थित ग्राम भानपुरगंज की टेकरी पर माता जानकी एवं लवकुश मंदिर स्थित है। यहां हर साल रंगपंचमी पर मेले का आयोजन होता है। प्रदेश के अशोकनगर जिले में स्थित करीलाधाम की तरह भानपुरगंज का मिनी करीला मेला भी विगत कुछ वर्षो से प्रसिद्धि की ओर है तथा रायसेन जिले का यह एकमात्र आयोजन है। जिसमें प्रतिवर्ष हजारों लोग शामिल होकर अपनी श्रृद्धा समर्पित करते है।
रविवार को करीला मेले का आयोजन प्रातः से ही आरम्भ हो गया। तथा देर रात तक चला।लगभग 12 बजे दोपहर में जानकी मंदिर पर ग्राम वासियों एवं बधाई नृत्य करने वाली नर्तकियों ने मंदिर पर विधिवत पूजा अर्चना एवं निशान चढाकर कार्यक्रम की शुरूआत की। पूरे दिन और पूरी रात चले इस कार्यक्रम में अपार जन समूह ने उपस्थित रहकर कार्यक्रम का आनन्द लिया। मेला स्थल पर स्थानीय पंचायत द्वारा पर्याप्त इंतजाम किए गए।तथा मंदिर के आसपास बडी संख्या में दुकानें भी लगाई गई।
होती है हर मनोकामना पूरी
मान्यता है कि रंगपंचमी पर यहां मन्नत मांगने वालो की हर मुराद पूरी होती है तथा बदले में श्रृद्धालु यहां लोक नृत्य राई को बधाई के रूप में करवाते है। इस साल भी मेले में बधाई नृत्य के लिए आयोजन समिति द्वारा पर्याप्त तैयारियां की गईं। मेला स्थल पर स्थानीय सहित दूरदराज से बडी संख्या में नर्तकियां बधाई नृत्य के लिए मौजूद रही। जिन्होने श्रृद्धालुओं की मांग पर रविवार की दोपहर से लेकर देर रात तक अनवरत् नृत्य जारी रखा।
गत वर्षो की तुलना में इस वर्ष बधाई नृत्य करवाने वालो की तादात काफी अधिक रही। यह वृद्धि मेले की प्रसिद्धि एवं लोगो की मनोकामना पूर्ति होने के कारण हुई है।मेले में आए भोपाल निवासी दयाषंकर उपाध्याय,सागर निवासी रामचरण विष्वकर्मा,बरेली के रमेष जेन , रायसेन के नीरज रजक ने बताया कि उन्होने गत वर्ष माता के सामने आकर मन्नत मांगी थी।जो पूरी हुई। इसीलिए वे बधाई नृत्य करवाने आए है।