सीहोर। शनिवार की दोपहर में स्थानीय बस स्टैंड के नजदीक भीड़ ने एक युवक को अपहरणकर्ता समझ कर जमकर पीटा जब उसे कोतवाली ले जाया गया तो पता चला कि वो अपहरणकर्ता नहीं बल्कि बालक का पिता है।
शनिवार की दोपहर बस स्टैंड रोड पर एक महिला और एक युवक के बीच जमकर विवाद हो रहा था महिला बारबार कह रही थी यह मेरा बच्चा है मैं इसे नहीं ले जाने दूंगी बताया जाता है कि इस विवाद को देख बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई भीड़ उनका पूरा संवाद सुनती इससे पहले युवक की पिटाई शुरु कर दी जो वहां मौजूद था उसे अपरहणकर्ता करार देकर पीटने लगा हंगामें की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और महिला और युवक को बच्चे सहित कोतवाली ले गई।
पता चला कि यह इछावर के रहने वाले है और पति पत्नी है किसी बात में विवाद हो जाने पर पत्नी अपने बच्चे को मायके ले जाना चाहती थी जिस पर पति द्वारा आपति व्यक्त की जा रही थी इस विवाद पर भीड़ ने युवक को बिना सोचे समझे अपहरणकर्ता मान लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। पूरी हकीकत जानने के बाद टीआई सतीश महलवाला ने दोनों को समझाबुझाकर साथ साथ रहने को राजी करते हुए कोतवाली से खुशी खुशी विदा किया।
गिरवी रखा या चोरी का खरीदा जांच जारी
सीहोर। खजूरी पुलिस सर्राफा के एक व्यापारी से पूछताछ कर रही है कि उसने चोरी का समान खरीदा है अथवा उस माल को गिरवी रखा है। पुलिस से मिली जानकारी अनुसार खजूरी पुलिस ने चोरों के एक गिरोह का पर्दाफाश करने में सफलता प्राप्त की है, पुलिस द्वारा पकड़े गए चोरों में से एक ने सीहोर के एक सर्राफा व्यापारी को माल देना बताया है, जिसके आधार पर ही शुक्रवार की रात को खजूरी पुलिस ने सीहोर आकर व्यापारी से पूछताछ की बताया जाता है कि स्वर्णकार द्वारा उपरोक्त माल के विधिवत कागजात दिखाए गए है। पुलिस के अनुसार अब इस बात की तसदीक की जा रही है कि चोर ने उपरोक्त माल स्वर्णकार को बेचा है अथवा उस माल को गिरवी रखा है। पुलिस का कहना है कि जांच में ही खुलासा होने की संभावना है।