भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस पर लगातार लग रहे दो आरोपों में से एक मामले में एमपी के प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने सार्वजनिक रूप से मान लिया है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस में मतभेद हैं। अब दूसरा रहा दूसरा आरोप 'कांग्रेस के कुछ प्रमुख लीडर्स, शिवराज के पेरोल पर काम कर रहे हैं' तो इसकी स्वीकारोक्ति चुनाव परिणामों के बाद हो जाएगी।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और मध्यप्रदेश के प्रभारी वी. के. हरिप्रसाद का मानना है कि राज्य के कांग्रेस नेताओं में मतभेद हैं, फिर वो अपनी बात को संभालते हुए बोले कि मगर मनभेद नहीं हैं। भोपाल प्रवास पर आए हरिप्रसाद ने पार्टी पदाधिकारियों की बैठक के बाद बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस लोकतांत्रिक व्यवस्था में भरोसा रखती है, लिहाजा इसमें नेताओं में मतभेद हो सकते हैं।
राज्य के नेताओं में मतभेद तो हैं मगर मनभेद नहीं हैं, यह लोकतंत्र के लिए जरूरी भी है। एक सवाल के जवाब में हरिप्रसाद ने कहा कि मध्य प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश में कांग्रेस ही एक मात्र ऐसा दल है, जिसका निचले स्तर तक संगठन है, बाकी दल तो कुछ राज्यों तक ही सीमित हैं।