भोपाल। प्रदेश के संविदा अधिकारी कर्मचारी वर्षों से अपने बाजिव हकों की मांगों को लेकर सरकारों की चौखटों पर अपना माथ रगड़ते आ रहे हैं, लेकिन सरकार उनके हक देने के मूंड में नहीं दिख रही है इसलिए अब गिड़गिड़ाना छोडकर हमें अपना हक पाने के लिए आरपार की लड़ाई के लिए तैयार रहना है ।
कर्मचारियों की 51 सूत्रीय मांगों को लेकर रविवार को स्थानीय आंबेडकर पार्क में आयोजित प्रांतव्यापी महासभा को संबोधित करते हुए मप्र संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने अपने उद्बोधन में यह बात कही।
गौरतलब है कि मप्र अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा संघर्ष समिति एवं अध्यक्षीय मंडल के संयुक्त आव्हान पर 72 कर्मचारी संगठनों ने अपनी 51 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश के मान्यता प्राप्त व गैर मान्यता प्राप्त कर्मचारी संगठनों द्वारा सरकार के खिलाफ रविवार को राजधानी के आंबेडकर पार्क में आमसभा का आयोजन किया गया था।
जिला अध्यक्ष अनिल एडविन ने कहा कि सरकारों को केवल चुनावों के दौरान ही कर्मचारी और उनके परिवार याद आते हैं। आमसभा को कर्मचारी नेता देवी प्रसाद शर्मा, एलएन कैलासिया, वीरेंद्र खोंगल, सुधीर नायक, नीलू श्रीवास्तव, आरसी शर्मा, निहाल सिंह और निर्मल तिवारी आदि सहित विभिन्न कर्मचारी संगठनों के करीब 60 पदाधिकारियों ने संबोधित किया।
अपने संबोधन में लगभग सभी पदाधिकारियों ने प्रदेश की कांग्रेस ओर भाजपा सरकारों को जमकर कोसते हुए कर्मचारियों का हक मारने की बात कही। पदाधिकारियों ने अपने उद्बोधन में कहा कि जो सबकुछ खोने को तैयार होकर मांगों को लेकर आंदोलन में कूदेगा उसे सबकुछ मिलेगा।