भोपाल। कांग्रेस के महासचिव, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और इससे कहीं ज्यादा राधौगढ़ के राजा दिग्विजय सिंह ने तय किया है कि रानी साहेब आशा सिंह जी के निधन के बाद परंपरानुसार मृत्युभोज नहीं होगा। सनद रहे कि श्री सिंह स्वयं भी मृत्युभोज की खिलाफत करते रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के निज सचिव सचिन वत्स ने बताया कि श्री सिंह ने हमेशा मृत्यु भोज प्रथा का विरोध किया है। रानी साहिब भी इस कुप्रथा का हमेशा विरोध करती रही थीं। यही वजह है कि रानी साहेबा के निधन के बाद मृत्युभोज नहीं किया जाएगा। श्री वत्स ने बताया कि श्री सिंह चाहते हैं कि इस कुप्रथा का सभी समाजों से अंत हो।