भोपाल। अब सरपंच और सीएम के बीच दूरियां बहुत लम्बी नहीं रह जाएंगी। सरपंचजी अपने पंचायत आफिस में कम्प्यूटर के सामने बैठेंगे और सीएम से सचिव की शिकायत कर देंगे और भ्रष्ट सचिव को सीएस तत्काल सस्पेंड भी कर डालेंगे।
मध्यप्रदेश में वीडियो कान्फ्रेंसिंग की सुविधा शीघ्र ही ग्राम-पंचायत स्तर तक उपलब्ध हो जायेगी। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने इसके लिये नेशनल ऑप्टिकल फायबर नेटवर्क के माध्यम से कनेक्टिविटी दिलवाने के काम में तेजी लाने के निर्देश दिये हैं।
श्री विजयवर्गीय की अध्यक्षता में आज यहाँ हुई सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की परामर्शदात्री समिति की बैठक में विभाग द्वारा हासिल की गई उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई। विधायक श्री चम्पालाल देवड़ा और विशेष रूप से उपस्थित श्री पारस दादा ने अपने सुझाव दिये। बैठक में उप सचिव श्री ओ.पी. श्रीवास्तव भी मौजूद थे।
बैठक में बताया गया कि खसरा डिजिटाइजेशन का काम शीघ्र शुरू हो जायेगा। ऑनलाइन टेण्डरिंग व्यवस्था लागू करने के बहुत अच्छे परिणाम मिले हैं। अभी तक 42 हजार करोड़ के टेण्डर हो चुके हैं। ऑनलाइन कॉल-सेंटर व्यवस्था भी प्रभावी रूप से कार्य कर रही है। अभी तक 35 लाख शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 92 प्रतिशत का निराकरण किया जा चुका है। एम.पी. ऑनलाइन में कियॉस्क की संख्या वर्ष 2008 में 1335 से बढ़कर 10 हजार 870 हो गई है। बैठक में बताया गया कि इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर आई.टी. हब के रूप में विकसित हो रहे हैं। इन शहरों में लगभग 600 एकड़ भूमि आई.टी. उद्योग के लिये चिन्हित की गई है।
ग्रामोद्योग विभाग
ग्रामोद्योग मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय की अध्यक्षता में ग्रामोद्योग विभाग की परामर्शदात्री समिति की बैठक भी हुई। इसमें सदस्य विधायक श्री रामखिलावन पटेल भी उपस्थित थे।
बैठक में बताया गया कि रेशम उत्पादन के क्षेत्र में मध्यप्रदेश देश में पाँचवें स्थान से ऊपर आकर अब चौथे स्थान पर है। हस्तशिल्प की आठ योजनाएँ संचालित हैं। हाथकरघा और हस्तशिल्प के माध्यम से सवा लाख से अधिक लोगों को रोजगार दिया जा रहा है। बैठक में सतना जिले तथा देवास जिले के बागली में रेशम उत्पादन का काम शुरू करने पर विशेष रूप से चर्चा की गई। बैठक में खादी ग्रामोद्योग तथा माटी कला संबंधी योजना की प्रगति की भी समीक्षा की गई।
बैठक में प्रमुख सचिव ग्रामोद्योग श्रीमती कंचन जैन, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड की प्रबंध संचालक श्रीमती शिखा दुबे, आयुक्त हाथकरघा एवं हस्तशिल्प श्रीमती वीरा राणा और आयुक्त रेशम श्री एस.डी. पटेरिया भी उपस्थित थे।