भोपाल। बैरसिया के एक कुएं में मिली एक कार और उसमें मौजूद सब इंजीनियर की लाश के पीएम को लेकर विवाद गहरा गया है। इस सवाल का जबाव किसी के पास मौजूद नहीं है कि परिजनों की गैरमौजूदगी में पोस्टमार्टम क्यों कराया गया। परिजनों ने इस हादसा नहीं हत्या करार दिया है।
पीडब्ल्यूडी के सब इंजीनियर रामेश्वर चतुर्वेदी की पत्नी किरन का कहना है कि मेरे पति की कार कुएं में गिरने से मौत नहीं हुई, बल्कि साजिश के तहत उनकी हत्या की गई है। इस साजिश में विभाग के कुछ अधिकारी और एक ठेकेदार शामिल हैं। यह शक इसलिए भी गहराता है कि हमारी गैर मौजूदगी में मेरे पति के शव का पोस्टमार्टम किया गया।
शुक्रवार को चतुर्वेदी की कार भेसौदा गांव के कुएं में गिर गई थी। इस हादसे में उनकी मौत हो गई थी। बैरसिया के सरकारी अस्पताल में उनके शव का पोस्टमार्टम कर दिया गया था। इसे लेकर चतुर्वेदी के परिजन नाराज हैं, उनके परिजनों ने इसे हादसा मानने से साफ इनकार कर हत्या का आरोप लगाते हुए दोबारा पोस्टमार्टम किए जाने की मांग की थी।
शनिवार को हमीदिया अस्पताल में चतुर्वेदी के शव का दोबारा पोस्टमार्टम शुरु किया गया। चतुर्वेदी के पुत्र त्रिलोक ने कहा कि विभागीय अधिकारियों और बैरसिया के एक ठेकेदार ने साजिश कर मेरे पापा की हत्या की है। चतुर्वेदी की पत्नी ने पुलिस एवं डाक्टरों पर मिलीभगत का आरोप भी लगाया।
इधर पीडब्ल्यूडी के एसडीओ जावेद शकील का कहना है कि उपयंत्री किसी शासकीय कार्य से घटना स्थल ग्राम भेसौदा गये थे उनकी कृषि भूमि भेसौदा में होने की जानकारी मिली है। दुर्घटना के बाद परिवार को सूचना दे दी गई थी। पोस्टमार्टम उनके परिवार की गैर मौजूदगी में किए जाने मामला मेरी जानकारी मे नहीं है।