डीएड के अंग्रेजी पेपर के मूल्यांकन में गड़बड़ी का आरोप, ज्ञापन सौंपा

जबलपुर। म.प्र. तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ व अध्यापक प्रकोष्ठ ने गुरूवार को सचिव माध्यमिक मंडल के नाम कलेक्टर को एक ज्ञापन सौपा। ज्ञापन में माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा डी-एड द्वितीय वर्ष 2011 व 12 का परीक्षा परिणामों में बोर्ड की लापरवाही तथा तानाशही के कारण संविदा शाला, स्वाध्यायी, पत्राचार के छात्रों के साथ अंग्रेजी विषय में अनुत्तीर्ण का मामला दर्शाया गया है।

तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ प्रांतीय महामंत्री ने योगेन्द्र दुबे ने बताया कि बोर्ड द्वारा ली गई परीक्षा में लापरवाही बरती गई है। अंगे्रजी भाषा के पेपर को दोनों भाषा में लिखा जाता है परन्तु वर्तमान वर्ष बिना कोई निर्देश दिये उसे सिर्फ एक ही भाषा में लिखने का हवाला देकर परिक्षार्थियों के मूल्यांकन को शून्य कर दिया गया। उन्होंने बताया कि मंडल द्वारा सत्र के प्रारंभ में शिक्षण पाठ्यक्रम जारी किया गया जिसमें कही भी अंग्रेजी भाषा के द्वितीय भाग को संपूर्ण रूप से अंग्रेजी में लिखित उत्तर दिए जाने के कोई भी निर्देश अंकित नही किये गये और न ही बाजार में बिकने पुस्तक के प्रकाशन में भी इनका जिक्र किया गया है।

श्री दुबे ने कहा कि बोर्ड द्वारा अंग्रेजी विषय के प्रश्न पत्र के मुख्य पृष्ठ भी परीक्षार्थियों के लिये भाग-बी को हिन्दी में लिखे जाने संबंधी कोई निर्देश भी प्रिन्ट नही था। श्री दुबे ने आरोप लगते हुये कहा कि अंग्रेजी विषय के मूल्याकंन में भारी अनियमितताएं पाई गई है उत्तर पुस्तिका को जांच में पूर्ण पारदर्शिता नही रखी गई जिससे योग्य व पढ़ने वाले छात्रों को अंगे्रजी विषय में 3 व 4 अंक प्रदान किये गये जबकि वही छात्र अन्य विषयों में योग्ता प्राप्त है। संघ के मुकेश सिंह, सुनील राय, गगन चौबे, राकेश, राजकुमार सिंह, नितिन, अभिषेक मिश्रा, संतोष तिवारी, देवदत्त शुक्ला, अवधेश यादव, सुदेश पाडें, मनीष लोहिया, मनोज पाटकर द्वारा अपने मांग पत्र में कलेक्टर से अंग्रेजी विषय में अनुत्तीर्ण हुये छात्रों की उत्तर पुस्तिका पुन: निशुल्क: मूल्याकंन कराये जाने तथा अंग्रेजी विषय में कृपांक अंक देकर छात्रों को उत्तीण की मांग की है।

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