भोपाल। सरकारी दफ्तारों में कितनी सतर्कता से काम होता है और कितनी लापरवाही से इसकी पोल आज विधानसभा में पोहरी विधायक प्रहलाद भारती के एक सवाल ने खोल दी। अधिकारियों ने 5966 की जगह 59.59 लाख का प्रमेंट कर डाला। अब यह गलती से हुआ या ठेकेदार को इस तरीके से अधिकारियों ने लोन दे दिया इसका खुलासा तो किसी ईमानदार जांच के बाद ही हो सकेगा। फिलहाल आपके लिए इस गड़बड़झाले के डीटेल्स:-
जल संसाधन मंत्री जयंत मलैया ने गुरुवार को विधानसभा में बताया कि बुंदेलखंड पैकेज के तहत लोहे के कार्य के लिए एक ठेकेदार मेसर्स लखनलाल गुप्ता को कार्यपालन यंत्री द्वारा निर्धारित राशि से 999 गुना अधिक का भुगतान कर दिया गया।
मंत्री ने यह जवाब सत्तारूढ़ भाजपा विधायक प्रहलाद भारती के लिखित सवाल के संबंध में दिया। उन्होंने बताया कि बुदेलखंड पैकेज के तहत मेसर्स लखनलाल गुप्ता से लोहे के काम के लिए 5200 रुपए प्रति टन की दर से अनुबंध किया गया था। लेकिन शिवपुरी जिले के खनियाधाना राजघाट नहर वितरण संभाग के कार्यपालन यंत्री ने ठेकेदार कंपनी को बिल भुगतान 5200 रुपए प्रति किलो के हिसाब से कर दिया।
ऐसे में कार्यपालन यंत्री द्वारा ठेकेदार को 999 गुना अधिक अर्थात 5966 रुपए के भुगतान के बदले 59 लाख 59 हजार 551 रुपए का भुगतान कर दिया। हालांकि बिल भुगतान की गड़बड़ी की जानकारी मिलते ही विभाग ने ठेकेदार से अधिक भुगतान की राशि में से 22 लाख 59 हजार 984 वसूल लिए शेष 37 लाख की राशि की वसूली मार्च अंत तक करने के लिए विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। दोषी अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के बाद कार्रवाई की जाएगी।