1 अप्रैल से कुछ और बदल जाएगी आपकी दुनिया, जानें कहां राहत- कहां चपत

भोपाल। हर साल का 1 अप्रैल खास दिन होता है। नया महीना शुरू होते ही नई कीमतें और नियम लागू हो जाते हैं। फरवरी के बजट में जिन नियमों का प्रावधान किया जाता है, उनके लागू होने की तारीख 1 अप्रैल ही होती है। आइए जानें, सोमवार को हमारी-आपकी जेब हल्की करने वाले कौन-कौन से नियम लागू रहे हैं।

सस्ते सिलिंडर की समयसीमा समाप्त
सस्ते कोटे के पांच एलपीजी सिलिंडर लेने की समयसीमा शनिवार को खत्म हो गई। आज संडे की छुट्टी है और कल यानी 1 अप्रैल से नया फाइनैंशल इयर 2013-14 शुरू हो जाएगा। रसोई गैस बुकिंग से जुड़े कुछ सवालों का जवाब दे रहे हैं वीरेंद्र वर्मा:

- अगर सब्सिडी कोटे के पूरे पांच सिलिंडर नहीं लिए हैं तो क्या आज बुकिंग कराने का फायदा होगा?
नहीं। सब्सिडी के सिलिंडर बुकिंग नहीं, डिलिवरी डेट के हिसाब से काउंट होते हैं। अगर 1 अप्रैल या उसके बाद सिलिंडर डिलिवर होगा, तो उसे नए फाइनैंशल इयर के कोटे में गिना जाएगा।

- मैंने अपने कोटे के पूरे पांच सिलिंडर नहीं लिए हैं, क्या बचे हुए सस्ते सिलिंडर अगले साल के सब्सिडी कोटे में जुड़ जाएंगे?
नहीं। ऐसा नहीं होगा।

- नए फाइनैंशल इयर में सब्सिडी वाले कितने सिलिंडर मिलेंगे?
भोपाल में 1 अप्रैल 2013 से 31 मार्च 2014 के दौरान हर कंस्यूमर को सस्ती दरों पर 9 सिलिंडर मिलेंगे। इससे ज्यादा सिलिंडर मार्केट प्राइस पर लेने होंगे। 

- क्या सिलिंडर लेने के 21 दिन बाद ही अगले सिलिंडर की बुकिंग हो सकती है?
21 दिन बाद बुकिंग की बाध्यता खत्म कर दी गई है। आप अपनी जरूरत के हिसाब से कभी भी बुकिंग करा सकते हैं।

- क्या आधार नंबर को बैंक अकाउंट से लिंक कराना जरूरी है?
सरकार रसोई गैस समेत अन्य सब्सिडी को सीधे उपभोक्ता के बैंक खाते में ट्रांसफर की स्कीम शुरू करने वाली है। सब्सिडी पाने के लिए आधार कार्ड के नंबर को बैंक खाते से लिंक कराना जरूरी है। इसके लिए अपने आधार कार्ड के साथ बैंक से संपर्क करें। पेट्रोलियम मिनिस्ट्री ने इसके लिए 15 अप्रैल तक का वक्त दिया है।

इनकम टैक्स में राहत
सरकार ने इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया है। मगर, 2 से 5 लाख रुपये की आमदनी वालों को 2000 रुपये की टैक्स छूट दी है। अब 2.20 लाख रुपये सालाना इनकम तक कोई टैक्स नहीं देना होगा।

होम लोन पर ज्यादा छूट
पहली बार लिए गए होम लोन के ब्याज पेमेंट पर डेढ़ लाख के बजाय ढाई लाख रुपये की टैक्स छूट मिलेगी। शर्त यह है कि होम लोन 25 लाख रुपये तक का हो, 1 अप्रैल 2013 से 31 मार्च 2014 के बीच लिया गया हो और मकान 40 लाख रुपये से ज्यादा का न हो।

ऑनलाइन रिटर्न जरूरी
पांच लाख रुपये से ज्यादा की सालाना टैक्सेबल इनकम वालों को अब इनकम टैक्स रिटर्न ऑनलाइन भरना अनिवार्य होगा। ऐसा न करने पर रिफंड नहीं मिलेगा। अभी तक 10 लाख रुपये से ज्यादा की आमदनी पर रिटर्न की ई-फाइलिंग जरूरी थी।

महंगी कारें और महंगी
एसयूवी पर एक्साइज ड्यूटी 27 पर्सेंट के बजाय 30 पर्सेंट लगेगी। 40 हजार डॉलर (करीब 22 लाख रुपये) से ज्यादा कीमत की लग्जरी कार और महंगी मोटर साइकल इंपोर्ट करने पर कस्टम ड्यूटी 75 प्रतिशत के बजाय 100 प्रतिशत लगेगी।

एसी रेस्तरां में सर्विस टैक्स
एयर कंडिशंड रेस्तरां में खाने के बिल पर अब 12 पर्सेंट सर्विस टैक्स भी देना होगा। अब तक उन्हीं एसी रेस्तरां में सर्विस टैक्स लगता था, जहां शराब भी परोसी जाती है।

मोबाइल फोन महंगे
2000 रुपये से ज्यादा कीमत के मोबाइल फोन पर एक्साइज ड्यूटी 1 प्रतिशत के बजाय 6 प्रतिशत लगेगी। कंपनियां इसे खरीदारों से ही वसूलेंगी।

छोटी बचत पर ब्याज कम
स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स (छोटी बचत योजनाओं) पर ब्याज 0.1 पर्सेंट कम मिलेगा। अब पीपीएफ पर 8.7 पर्सेंट ब्याज मिलेगा। यह पहले 8.8 पर्सेंट था। डाकघरों में सीनियर सिटिजंस सेविंग्स स्कीम पर 9.2 पर्सेंट, 5 साल की मंथली इनकम स्कीम (एमआईएस) पर 8.4 पर्सेंट, 5 व 10 साल की नैशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी) पर 8.5 व 8.8 पर्सेंट ब्याज मिलेगा।

स्कूल स्तर पर
- 9वीं-10वीं क्लास में कंटिन्युस ऐंड कॉम्प्रिहेन्शिव इवैल्यूशन (सीसीई) स्कीम में समैटिव असेसमेंट (एसए) में पास पर्सेंट तय की गई हैं। अभी तक साल में 2 एसए और 4 फॉरमेटिव असेसमेंट (एफए) में मिलाकर कम से कम ग्रेड डी लाना जरूरी था। अब दोनों एसए में भी कम से कम 25 पर्सेंट लाने पर ही अगली क्लास में जा सकेंगे।

- 11वीं व 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स और बायॉलजी में एडवांस कोर्स होंगे। ये आईआईटी, मेडिकल या दूसरे एंट्रेंस की तैयारी में फायदेमंद रहेंगे।

- 9वीं-11वीं क्लास में ओपन बुक एग्जामिनेशन होगा। स्टूडेंट्स को 3 -4 महीने पहले बता दिया जाएगा कि एग्जाम में कौन-सी केस स्टडीज आएंगी? लेकिन क्वेश्चन नहीं बताए जाएंगे। अगले सेशन में यह 9वीं और 11वीं में फॉरमैटिव असेसमेंट का पार्ट होगा। सेशन 2014-15 में 10वीं और 12वीं में भी लागू होगा।

आईपी यूनिवर्सिटी में
 आईपी में प्रफेशनल कोर्स ही पढ़ाए जाते हैं, लेकिन नए सेशन से बीकॉम ऑनर्स कोर्स भी शुरू किया जा रहा है। इसमें करीब 1000 सीटें होंगी। इसमें एडमिशन लेने के लिए मैथ्स की शर्त भी नहीं लगाई है। यानी, जिन स्टूडेंट्स ने 12वीं में मैथ्स नहीं पढ़ा होगा, वे भी अप्लाई कर सकते हैं।

जेईई (मेन)
सीबीएसई के इंजिनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम एआई ट्रिपल ई को 2013 से जेईई (मेन) नाम से जाना जाएगा। इसमें अब 12वीं के मार्क्स को भी वेटेज दी जाएगी।
 ऑल इंडिया रैंक तैयार करते समय 12वीं के नंबरों को 40 पर्सेंट और टेस्ट को 60 पर्सेंट वेटेज मिलेगी।
 सीबीएसई में 12वीं का हर पेपर 100 नंबर का होता है। इस हिसाब से टोटल 500 मार्क्स में से जितने मार्क्स मिलेंगे, उनकी 40 पर्सेंट वेटेज होगी।

आईआईटी एंट्रेंस
 जेईई (मेन) में पास होने वाले टॉप डेढ़ लाख कैंडिडेट ही आईआईटी का एंट्रेंस टेस्ट दे पाएंगे।

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