भोपाल। बोर्ड एग्जाम्स के बाद अब रिजल्ट क्या होंगे यह तो सचमुच भगवान ही जाने, क्योंकि मूल्यांकन कार्य में जिन टीचर्स का उपयोग किया जा रहा है वो प्राइवेट स्कूल्स के टीचर्स हैं। जाहिर सी बात है, ज्यादा पैसा बनाने के लिए वो अंधाधुंध कापियां जांच रहे होंगे।
हायर सेकंडरी व हाईस्कूल परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 70 फीसद से ज्यादा निजी स्कूलों के शिक्षक कर रहे हैं। ऐसा सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लोकल परीक्षा, प्रैक्टिकल व अन्य कामों में व्यस्त रहने से हुआ है।
समन्वयक संस्था मॉडल स्कूल में मंडल की दोनों परीक्षाओं का मूल्यांकन 18 मार्च से शुरू हुआ है। 25 मार्च से दूसरे चरण के तहत 10-20 मार्च तक आयोजित परीक्षाओं का मूल्यांकन किया जा रहा है।