भोपाल। LNCT कॉलेज के डायरेक्टर की लाश बीते रोज उनके ही निवास में मिली। पुलिस का कहना है कि उन्होंने आत्महत्या की है जबकि उनके परिचितों एवं परिजनों का कहना है कि वो आत्महत्या नहीं कर सकते थे, उन्हें कोई तनाव नहीं था।
जबलपुर एलएनसीटी के डायरेक्टर मनोज उर्फ रविशंकर चौकसे द्वारा खुदकुशी किये जाने के मामले ने सनसनी फैला दी है। जिसने भी सुना किसी को यह विश्वास नहीं हुआ कि श्री चौकसे जैसा हंसमुख व्यक्ति खुदकुशी जैसा कृत्य भी कर सकता है। उनके द्वारा खुदकुशी किये जाने से बड़ी सख्या में उनके जानने वाले मृत्यु का कारण मानसिक तनाव बताये जाने से सहमत नहीं हैं।
इस मामले में गढ़ा पुलिस ने बताया है कि दशमेश द्वार के पास रहने वाले 40 वर्षीय मनोज चौकसे द्वारा खुदकुशी किये जाने का खुलासा दोपहर में उस समय हुआ, जब उनके एक मित्र मिलने के लिये आए। उस समय श्री चौकसे की पत्नी और दो बच्चे एक समारोह में शामिल होने के लिए गए थे। गढ़ा पुलिस का कहना है कि श्री चौकसे द्वारा मूत्यु पूर्व लिखे पत्र में उन्होंने अपनी खुदकुशी के लिए खुद को जि मेदार ठहराया है। उन्होंने मानसिक तनाव की भी बात कही है। मृतक के परिवारजन भी इस मामले में कोई ऐसा कारण बताने की स्थिति में नहीं हैं कि उनको किस बात का तनाव था। परिवारजनों का यह भी कहना है कि उन्हें घरेलू कोई समस्या नहीं थी।