भोपाल। राजधानी में भाजपा के जिलामंत्री के बेटे की पिटाई के मामले में आरोपी टीआई को हटा दिया गया है। इधर आरोपी का कहना है कि उनके बेटे ने अभद्रता करते हुए सस्पेंड कराने की धमकी दी जिसके चलते विवाद हुआ।
भाजपा के जिला मंत्री रामेश्वर राय दीक्षित के बेटे व भाजपा के नेहरू नगर मंडल उपाध्यक्ष रावेंद्र राय दीक्षित के अनुसार वे शनिवार सुबह अपेक्स बैंक के सामने से गुजर रहे थे, तभी वाहन चैकिंग कर रहे टीआई दिलीप सिंह परिहार व अन्य पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका।
उन्होंने टीआई को परिचय बताकर पापा से उनकी बात करानी चाही। इससे वे नाराज हो गए। उन्होंने मोबाइल फोन फेंक दिया और मारपीट करने लगे। इसके बाद वहां मौजूद दो अन्य पुलिसकर्मियों ने भी उन्हें पीटा। जेपी अस्पताल के केजुअल्टी मेडिकल ऑफिसर डॉ. जीआर मैहर ने रावेंद्र की हालत खतरे से बाहर बताई है। उधर, टीआई ने खुद पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए मारपीट की बात से इनकार किया है।
आईजी मिलने पहुंचे नेता से
जेपी अस्पताल में भर्ती रावेंद्र से मिलने आईजी संजय झा अस्पताल पहुंचे। उन्होंने विवाद के बारे में जानकारी ली। रावेंद्र ने आईजी से सवाल किया कि पुलिस उनका कसूर बताए? मैं तो उन्हें चालान के रुपए देने को भी तैयार था, लेकिन उन्होंने तो गाड़ी की चाबी निकालकर मारपीट शुरू कर दी। रावेंद्र सरकारी निर्माण कार्यो की ठेकेदारी भी करते हैं।
एएसपी ट्रैफिक करेंगी मामले की जांच
नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं की मांग के बाद मामले की जांच एएसपी ट्रैफिक मोनिका शुक्ला को सौंपी गई है। जल्द से जल्द जांच पूरी कर उन्हें यह बताना है कि विवाद किन परिस्थितियों में हुआ। उधर, आनन-फानन में टीआई परिहार को न्यू मार्केट बीट से हटा दिया गया है। डीआईजी डी श्रीनिवास वर्मा के मुताबिक जांच पूरी होने तक टीआई को एसपी मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है।