भोपाल। मध्यप्रदेश में विधायकों की वेल्यू बढ़ गई है। सचिवालय उनकी सेवा में जुटा हुआ है। उनकी ओर से आने वाले मामलों को तत्काल कार्रवाई के लिए आगे बढ़ाया जा रहा है। मुख्यमंत्री स्वयं इस मामले को देख रहे हैं।
टीम शिवराज का यह फार्मूला जबर्दस्त है। वो विधानसभा सत्र और चुनाव से पहले किसी भी विधायक को यह कहने का मौका नहीं देना चाहते कि उनके द्वारा फारवर्ड किए गए कागज सचिवालय में जाकर अटक जाते हैं। मुख्यमंत्री स्वयं रोजाना विधायकों से मुलाकात कर रहे हैं।
जो विधायक मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांग रहे हैं उन्हें तुरंत उनकी सुविधानुसार समय दिया जा रहा है और जो सीधे भोपाल आ रहे हैं उन्हें भी खाली हाथ नहीं लौटाया जा रहा। सीएम की कोशिश है कि एक भी विधायक किसी भी सूरत में वापस न जाए। उनके द्वारा भेजे गए तमाम कागजों पर गौर किया जाए ओर जितनी जल्दी हो सके उन पर कार्रवाई हो।
इसी के साथ सचिवालय विधायकों का रिपोर्टकार्ड भी तैयार कर रहा है। इस एक्सरसाइज से यह भी पता चल रहा है कि कौन विधायक अपने एरिए में एक्टिव है और कौन नहीं, ताकि जब वो सवाल करे तो उसका मुंह बंद करने के लिए यह रिपोर्ट उसको दिखाई जा सके।