भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि खेती को लाभ का व्यवसाय बनाने के लिये राज्य सरकार वचनबद्ध है। प्रदेश में अब किसानों को सिंचाई के लिये बिजली का बिल एक वर्ष में सिर्फ दो बार जमा करना होगा। इस निर्णय से किसानों को बिजली का बिल बार-बार भरने से छुटकारा मिल सकेगा।
मुख्यमंत्री आज कटनी जिले के बड़वारा में अंत्योदय मेले को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया भी मौजूद थे। श्री चौहान ने राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं में 71 हजार 901 हितग्राही को 6 करोड़ 21 लाख से अधिक की राशि वितरित की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में फीडर सेपरेशन का कार्य तेजी से चल रहा है। इस वर्ष माह मई अंत तक सभी गाँव में 24 घंटे तथा सिंचाई के लिये 8 घंटे बिजली मिलेगी। श्री चौहान ने कहा कि किसानों के पुराने बिजली बिलों का 50 प्रतिशत राज्य शासन द्वारा दिया जाएगा और शेष 50 प्रतिशत राशि किसान को स्वयं जमा करनी होगी। इस वर्ष प्रदेश में किसानों से 1500 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से समर्थन मूल्य पर गेहूँ की खरीदी की जायेगी।
श्री चौहान ने कहा कि जबलपुर से सिंगरौली औद्योगिक कॉरीडोर के अंतर्गत ढीमरखेड़ा में औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जायेगा। इसके लिये जमीन चिन्हित कर ली गई है। उन्होंने कहा कि स्लीमनाबाद से पान उमरिया-खमतरा मार्ग 116 करोड़ की लागत से बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि बरगी बाँध की दाँयीं तट नहर का पानी बड़वारा तक लाया जायेगा। इसके लिये सर्वे का काम शीघ्र पूरा किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ढीमरखेड़ा में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रारंभ किया जायेगा। उन्होंने अगले शिक्षण सत्र से बड़वारा में शासकीय कॉलेज शुरू किये जाने की भी घोषणा की। अंत्योदय मेले को विधायक श्री मोती कश्यप ने भी संबोधित किया।