रायसेन। वनविभाग में मचा भ्रष्टाचार किसी से छिपा नहीं है। भोपाल में एक आईएफएस के यहां 100 करोड़ से ज्यादा की अवैध संपत्ति मिली तो यहां रायसेन में एक आईएफउस ने वनरक्षकों को सफाईकर्मचारी बना रखा है। सनद रहे कि वनरक्षकों की नियुक्ति जंगलों की सुरक्षा के लिए होती है। इसके अलावा उनसे कोई काम नहीं लिया जा सकता।
हमारे पास उपलब्ध जानकारी के मुताबिक वनरक्षक प्रेम नारायण रजक पिछले आठ माह से जिला मुख्यालय के सांची मार्ग पर स्थित आईएफएस एमएल लाडिय़ा के बंगले पर तैनात है और उस वन रक्षक से श्री लाडिय़ा मजदूरों का काम करवा रहे है। उस जंगल के सिपाही की ड्यूटी जंगलों की सुरक्षा ना होकर साहब के बंगले में सुबह-शाम साफ-सफाई और बंगले के अंदर रास्ते पर गिट्टी डालने की कर दी गई है। पिछले आठ माह से वन रक्षक को असई एफएस साहब के बंगले में कभी भृत्य तो कभी मजदूरों जैसे तागाड़ी फेंकने का काम करना पड़ रहा है।
इनका कहना है:-
मेरी जानकारी में ऐसा कोई भी मामला नहीं है। अगर किसी वनरक्षक से मजदूरों की तरह कार्य करवाया जा रहा है तो में जानकारी लेता हूं। कोई आपके कह भर देने से कार्रवाई थोड़ी होती है।
शंकर सिंह राजपूत सीसीएफ


