भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक डॉ गोविंद सिंह ने विधानसभा में होमगार्ड एवं अध्यापकों का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने चुनावी घोषणा में बिजली ,होमगार्ड एवं अध्यापकों के विषय में जो वादे किए थे, उन्हें पूरा किया जाना चाहिए। पांच साल बीतने को हैं, न तो बिजली मिली, न होमगार्ड नियमित हुए और न ही अध्यापकों की सुनवाई हो रही है।
राज्य सरकार द्वारा पेश किए गए वित्त वर्ष 2013-14 के बजट पर विधानसभा में मंगलवार से चर्चा शुरू हुई। चर्चा की शुरूआत करते हुए विपक्ष के वरिष्ठ विधायक डॉ. गोविंद ने सरकार पर आरोप लगाया कि उसने अपने चुनावी घोषणा में किए गए वादों को अब तक पूरा नहीं किया। उन्होंने सरकार के विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों के कामकाज की खामियां भी गिनार्इं। डा. सिंह ने कहा कि भाजपा ने 24 घंटे बिजली मुहैया कराने की बात कही थी। अध्यापक और संविदा शिक्षकों को समान काम समान वेतन देने की बात कही थी। होमगार्ड जवानों को नियमित करने का वादा भी उसने अपने घोषणापत्र में किया था, लेकिन उन्हें अभी तक पूरा नहीं किया जा सका।
उन्होंने कहा कि इसी तरह मई 2010 में बुलाए गए विशेष सत्र में सरकार ने राज्य के विकास के लिए 70 संकल्प पारित किए थे। इनमें से भी अधिकांश पर काम नहीं हो पाया है। वरिष्ठ विधायक डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार पर ऋण बढ़कर 90 हजार करोड रूपए हो गया है। सरकार अपनी कथित उपलब्धियों की तुलना वर्ष 2003 के आधार पर करती है, जबकि यह भी सच्चाई है कि तब से लेकर अब तक केंद्र सरकार का अनुदान और मदद आदि पांच गुना बढ़ी है।
इसकी तुलना में राज्य में प्रति व्यक्ति आय मात्र तीन गुना बढ़ी और अन्य आकडों में भी अनुदान के अनुरूप वृद्धि नहीं हुई। सदन की आज शाम कार्यवाही समाप्त होने के पहले डा. सिंह का भाषण पूरा हुआ। बजट पर सामान्य चर्चा बुधवार और गुरूवार को भी होगी।