दिग्विजय सिंह की पत्नि आशा सिंह का निधन, शोक की लहर

भोपाल। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की धर्मपत्नी आशा सिंह का बुधवार को नई दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया.वे पिछले कुछ अरसे से बीमार चल रही थीं।

उनका अंतिम संस्कार गृह नगर राघौगढ़ में होगा.आशा सिंह के निधन पर कांग्रेस सहित अन्य दलों के नेताओं ने गहरा दु:ख व्यक्त किया है।


वह पिछले कई वर्ष से कैंसर से पीड़ित थीं. वह 58 वर्ष की थीं. उन्होंने वसंत कुंज के एक अस्पताल में शाम सात बजे अंतिम सांस ली, जहां उन्हें कुछ दिन पहले भर्ती कराया गया था. अस्पताल के डाक्टरों ने बताया कि आशा को जब अस्पताल में भर्ती कराया गया तो उनका कैंसर का रोग काफी बढ़ चुका था.

एक वरिष्ठ डाक्टर ने बताया कि उन्होंने शाम सात बजे अंतिम सांस ली और उस समय दिग्विजय सिंह सहित उनका पूरा परिवार उनके पास था. कुछ महीने पहले अमेरिका के एक अस्पताल में भी उनका कैंसर का उपचार हुआ था. उनके परिवार में चार लड़कियां और एक पुत्र हैं.


राजनीति के रुतबे से बेअसर रहीं आशा सिंह


राजनीतिक रुतबा लोगों के मिजाज बदल देता है, मगर कम लोग होते हैं, जिन पर इस रुतबे का असर नहीं होता. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की पत्नी आशा सिंह भी ऐसे ही लोगों में शुमार थी. मध्य प्रदेश से लेकर देश की कांग्रेस की राजनीति में दिग्विजय सिंह की हैसियत किसी से छुपी नहीं है. इतना ही नहीं वे राज्य के 10 वर्षो तक मुख्यमंत्री भी रहे हैं. यह ऐसा दौर था, जब राज्य में सिंह की इच्छा के विपरीत राजनीति के गलियारे का पत्ता तक नहीं खनकता था. इसके बावजूद आशा सिंह पूरी तरह घर की जिम्मेदारी से बाहर नहीं निकली. दिग्विजय सिंह के करीबी बताते हैं कि मुख्यमंत्री आवास में उनका कई दफा जाना हुआ मगर आशा सिंह उन्हें कभी नजर नहीं आई. हां इतना जरुर होता था कि जब उन्हें किसी की परेशानी का पता चल जाए तो उसके बारे में पता करने और उसकी मदद करने से पीछे नहीं रहती थी. उन्होंने कभी भी किसी मंत्री, नेता अथवा अफसर को निर्देश देना मुनासिब नहीं समझा. दिग्विजय सिंह के मंत्रिमंडल में कद्दावर मंत्री रहे यादवेंद्र सिंह की आशा सिंह की याद कर आंखें भर आई. उन्होंने बताया कि एक बार दिग्विजय सिंह और आशा सिंह टीकमगढ़ उनके आवास पर आए थे. तब यादवेंद्र सिंह के बेटे की उंगली में अंगूठी फंस गई. फिर क्या था आशा सिंह ने सारे काम छोड़कर बेटे की उंगली में फंसी अंगूठी को उतारने की हर संभव कोशिश की. आशा सिंह को जानने वाले कहते हैं कि वे कभी भी राजनीति के मंच पर नहीं आई. इतना जरूर रहता था, जिन्हें वे जानती थी उनसे चुनाव के दौरान तैयारियों की चर्चा कर लेती थी. दिग्विजय सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में 10 वषरें तक मुख्यमंत्री आवास से जुड़े रहे कई अधिकारियों का तो उनसे सामना तक नहीं हुआ. दिग्विजय सिंह से नाता रखने वाले अथवा उनके विरोधी भी आशा सिंह की विनम्रता और संस्कारों के कायल हैं. हर कोई यही कह रहा है कि दिग्विजय सिंह को बड़ा नेता बनाने में उनका बड़ा योगदान था, क्योंकि उन्होंने दिग्विजय सिंह को घर परिवार की जिम्मेदारियों से दूर रखा.


राज्यपाल श्री रामनरेश यादव



राज्यपाल श्री रामनरेश यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह की धर्मपत्नी श्रीमती आशा सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। श्री यादव ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक-संतप्त परिवार को इस गहन दुःख को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।


मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान


मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजयसिंह की धर्मपत्नी श्रीमती आशा सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। श्री चौहान ने कहा कि श्रीमती आशा सिंह सुसंस्कृत, मृदुभाषी तथा परिजन, प्रियजन और प्रजाजन में स्नेहपूर्ण व्यवहार के लिये जानी जाती थीं।

श्री चौहान ने परमपिता परमात्मा से शोक संतप्त परिजनों को यह अपार दुख सहने तथा दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।


नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह


नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह की पत्नी श्रीमती आशा सिंह के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया। श्री सिंह ने कहा कि यह उनके लिए एक पारिवारिक क्षति है। जिसकी भरपाई संभव नहीं।

उन्होंने कहा कि उनका स्वभाव, व्यवहार कुशलता, बातचीत मे मृदभाषिता और मिलनसरिता मैने बहुत कम लोगों में देखी। नेपत्य में रहकर उन्होंने श्री दिग्विजय सिंह को जो संबल प्रदान किया यहीं कारण है कि वे सार्वजनिक जीवन में पूरी ताकत के साथ आगे बढ़ सके। उनका निधन एक अपूर्णीय क्षति है। ईश्वर से कामना करता हूं कि वह इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे और दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे।



उपरोक्त के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया, भाजपा अध्यक्ष नरेन्द्र तोमर सहित मध्यप्रदेश के सभी मंत्रियों एवं प्रमुख राजनीतिज्ञों ने श्रीमती आशा सिंह के निधन पर गहरा शोक जताया है।

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