भोपाल। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने रक्षक से भक्षक बने गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता पर पुलिस कर्मियों का मनोबल तोड़ने का आरोप लगाया हैं उन्होंने कहा कि अपनी ड्यूटी ईमानदारी से पूरी करने वाले पुलिसकर्मी गृहमंत्री के निशाने पर है। चाहे वह मर्सकोले हो, दिलीप सिंह बघेल हो, या कमला नगर थाने के पुलिसकर्मी हों।
श्री सिंह ने कहा कि एक ओर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दहाड़ रहे है कि कानून के दायरे में रहे नेता वरना तिहाड़ में बुकिंग शुरू है। दूसरी ओर उन्ही की पार्टी के फरार नेता खुलेआम थाने में गुंडागर्दी करता है और गृहमंत्री उसे संरक्षण देते है। श्री सिंह ने मुख्यमंत्री से कहा कि वे पहले अपनी पार्टी के नेताओं को तिहाड़ पहुंचाए फिर दूसरों को नसीहत दे।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि एक फरारी भाजपा नेता थाने में इसलिए हंगामा करता है क्योंकि हेलमेट चैकिंग में उसका बेटा बिना हेलमेट के पकड़ा जाता है, जो पुलिसकर्मी उसे पकड़ते हैं उसे साथ मुजरिम जैसा व्यवहार होता है। श्री सिंह ने कहा कि पूरे देश में यह भी एक मिसाल है कि फरारी मार रहा व्यक्ति थाने में घुसकर पुलिस वालों को धमका रहा है।
श्री सिंह ने कहा कि यह पहली घटना नहीं है इसके पूर्व भी एक आदिवासी महिला इंस्पेक्टर मर्सकोले को गृहमंत्री की भांजी को दुर्घटना से बचाना महंगा पड़ा। गृहमंत्री के भाई ने न केवल उसके साथ दुर्व्यवहार किया बल्कि उसके खिलाफ कार से एक्सीडेंट का मामला टी.टी. नगर थाने में दर्ज करवाकर उसे गिरफ्तार तक करा दिया।
इस पूरे घटनाक्रम से क्षुब्ध होकर मर्सकोले ने अपने पद से इस्तीफा तक दे दिया। श्री सिंह ने कहा कि इसके पूर्व कमला नगर थाने में भी ऐसे ही घटना हुई थी जिसमें भाजपा, आर.एस.एस. के लोगों ने थाने में घुसकर पुलिसवालों से मारपीट की थी, उल्टा पुलिस वालों पर मामला दर्ज कर उन्हें निलंबित किया।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि गृहमंत्री स्वयं अपने पुलिस वालों का लगातार मनोबल तोड़ने में लगे है। यहीं कारण है कि अपराध बढ़ रहा हैं और पुलिसवालों में उस पर अंकुश लगने का नैतिक साहस क्षीण है। श्री सिंह ने कहा कि गृहमंत्री के इस रवैये से अपराधियों के भी हौसले बुलंद हो गए हैं। मुरैना सहित पूरे प्रदेश में पुलिस अपराधियों के सामने बौनी हो गई है क्योंकि ऐसे तत्वों को गृहमंत्री और भाजपा के लोगों का संरक्षण हैं।