छतरपुर। पिछले तीन साल से हत्या के एक मामले में फरार चल रहे डाकू प्रमोद दुबे ने बीती शाम अपने गिरोह के साथ अचानक एक गांव में धावा बोलकर वहां मौजूद सात स्कूली स्टूडेंट्स सहित कुल 9 लोगों का अपहरण कर लिया। इस सनसनीखेज घटना के बाद ग्रामीणों ने सुबह चक्काजाम कर दिया। तीन जिलों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई है।
मामला छतरपुर जिले की बिजावर तहसील के गांव एरोरा का है। यहां स्कूल से छूटने के बाद सात स्टूडेंट्स जालम 16 वर्ष, चन्द्रभान 13 वर्ष, ब्रजेश 11 वर्ष, अंकित अवस्थी 12 वर्ष, कौशल दुबे 12 वर्ष, अरविंद दुबे 11 वर्ष एवं 8 वर्षीय मासूम हरसू रैकवार पास के ही एक खेत पर जा पहुंचे। यहां सुरेन्द्र 22 वर्ष एवं भगवानदास 18 वर्ष पहले से ही मौजूद थे।
इसी दोरान अचानक डाकू प्रमोद दुबे गिरोह ने वहां धावा बोल दिया और सभी को उठाकर गिरोह पन्ना नेशनल पार्क में समा गया। ग्रामीणों को जब इसकी सूचना मिली तो उन्होंने अपने स्तर पर तलाश प्रारंभ की एवं पुलिस को सूचना दी। पूरी रात पुलिस की लापरवाही के बाद आज सुबह ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया।
चक्काजाम के बाद हड़बड़ाए पुलिस अधिकारियों ने तत्काल एक्शन शुरू किया। समाचार लिखे जाते समय तक आईजी एवं डीआईजी छतरपुर रेंज सहित दमोह, छतरपुर एवं पन्ना तीन जिलों की पुलिस गिरोह की तलाश में जंगलों में उतर गई है। पुलिस ने आसपास के तमाम इलाकों की नाकाबंदी कर दी है।
मासूम बच्चों के अपहरण होने के कारण मामला बहुत ज्यादा संवेदनशील हो गया है। सनद रहे कि मासूम बच्चे ना तो जंगल में ज्यादा लंबे समय तक मौसम को सहन कर पाते हैं और न ही डाकुओं के व्यवहार को। बहुत दूर तक पैदल चलने में भी वो समर्थ नहीं होते अत: अप्रिय स्थिति बनने की संभावना सर्वाधिक होती है।
पुलिस तेजी से सर्चिंग कर रही है। देखते हैं उसके हाथ सफलता कब तक लग पाती है।