भोपाल। कालोनियों के निर्माण के लिए गठित की जाने वाली गृह निर्माण सहकारी संस्थाओं की सूची से इन्दौर में 30 नाम कम हो गए हैं। उनका रजिस्ट्रेशन कैंसल कर दिया गया है, जबकि 94 की प्रक्रिया जारी है। यह जानकारी मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने विधानसभा में दी।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने विधानसभा में बताया कि इंदौर जिले की 30 निष्क्रिय एवं अविवादित गृह निर्माण सहकारी संस्थाओं का पंजीयन निरस्त किया गया है तथा 94 निष्क्रिय संस्थाओं का पंजीयन निरस्त करने की कार्यवाही प्रक्रिया में है।
बिसेन ने भाजपा सदस्य सुदर्शन गुप्ता के सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिन संस्थाओं के पंजीयन निरस्त किए गए, उनमें श्याम गृह निर्माण, सैफी गृह निर्माण, स्मार्ट गृह निर्माण, मध्यभारत सचिवालयीन गृह निर्माण, अम्बेमाता गृह निर्माण, अभयसार गृह निर्माण विक्रस विभागीय कर्मचारी गृह निर्माण, गीतिका गृह निर्माण, सिद्धार्थ गृह निर्माण, स्वराज गृह निर्माण, गुलशन गृह निर्माण, बाबल श्री गृह निर्माण, सूरज गृह निर्माण, श्रीदीप गृह निर्माण, श्री अष्टविनायक गृह निर्माण,अरविंद इंस्टीटयूट गृह निर्माण, अपर्णा गृह निर्माण, मैथली गृह निर्माण, परवाना गृह निर्माण, खुशबु गृह निर्माण सहकारी संस्था मर्यादित इंदौर शामिल है।
इनके अलावा मंगलकामना गृह निर्माण, शिवालिका गृह निर्माण, सियागंज गृह निर्माण,शासकीय वाहन चालक गृह निर्माण, पार्वती गृह निर्माण, सांवरिया सेठ गृह निर्माण, विमलसागर गृह निर्माण, बापजी गृह निर्माण, ग्रामिण शिक्षक कर्मचारी गृह निर्माण और नीर नगर गृह निर्माण सहकारी संस्था मर्यादित इंदौर भी शामिल है। बिसेन बिसने ने बताया कि इंदौर जिले की 94 गृह निर्माण सहकारी संस्थाओं का पंजीयन निरस्त करने की कार्यवाही प्रकिया में है।