CS ने की भ्रष्टाचार के ब्रांड एम्बेसडर की फाइल तलब, IAS पर लगाए थे गंभीर आरोप

भोपाल। शिवपुरी में भ्रष्टाचार के ब्रांड एम्बेसडर की मौखिक पदवी प्राप्त कर चुके जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग एलआर मीणा की फाइल सीएस आर परशुराम ने तलब की है। सनद रहे कि मीणा ने अपने जांच अधिकारी आईएएस आशीष उपाध्याय पर आरोप लगाया था कि उन्होंने रिश्वत में लड़की की मांग की थी। नहीं दिए जाने पर सस्पेंड कर दिया। 

एक अधीनस्थ द्वारा आईएएस अधिकारी पर लगाया गए इस आरोप को मीडिया में तेजी से उठाया और कुछ इस तरह प्रस्तुत किया मानो एलआर मीणा के साथ घना अन्याय हुआ है और मध्यप्रदेश के आईएएस लॉबी किस तरह अपने अधीनस्थ अधिकारियों का शोषण करती है, परंतु गुना एवं शिवपुरी में पदस्थ रहे मीणा के मामले में वहां की लोकल मीडिया ने इस मामले के उठते हुए भोपालसमाचार.कॉम को पूरी असलियत बताई। 

सनद रहे कि शिवपुरी में तो मीडिया ने एलआर मीणा को भ्रष्टाचार के ब्रांड एम्बेसडर की उपाधि तक दे रखी थी। अपनी मनमानी के लिए कुख्यात एलआर मीणा के खिलाफ एकाध नहीं, बल्कि सैंकड़ों शिकायतों का अंबार रहा, परंतु बकौल संपादक शिवपुरीसमाचार.कॉम ललित मुदगल, शासन ने कभी मीणा के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। 

भ्रष्टाचार निवारण समिति के अध्यक्ष अशोक सम्राट का कहना है कि मीणा के विरुद्ध उनके पास जो दस्तावेज मौजूद हैं एवं जो उन्होंने अपनी कई शिकायतों में शासन के पास भेजे, उनके हिसाब से मीणा के खिलाफ पद के दुरुपयोग, धोखाधड़ी एवं कई अन्य आर्थिक अनियमितताओं के मामले में एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए परंतु शासन ने इन्हें स्थानांतरित किया और कुछ दिनों के लिए सस्पेंड कर फिर बहाल कर दिया। 

पत्रकार अरविंद श्रीवास्तव द्वारा एलआर मीणा का मामला उठाने के बाद पहले पहल तो आशीष उपाध्याय ही कटघरे में खड़े नजर आए, लेकिन जैसे जैसे धुंध छंटी, मामला साफ होता चला गया। अंतत: सीएस मध्यप्रदेश शासन आर परशुराम ने उनकी फाइल तलब की है। 

देखते हैं इस मामले में मध्यप्रदेश की प्रशासनिक मशीनरी के मुखिया क्या निर्णय लेते हैं। 

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