भोपाल। महिला अधिकारों के लिए आवाज बुलंद करने वाली बरकतउल्ला विश्वविद्यालय की प्रो. आशा शुक्ला पर विश्वविद्यालय ने कदाचरण का आरोप लगाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह के एक दिन पहले छात्राओं के साथ हुए छेड़छाड़ के मामले में 'सहारा समय' पर दिए इंटरव्यू में छात्राओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे और सुझाव भी दिए थे।
कुलसचिव संजय तिवारी के हस्ताक्षर से जारी शोकाज नोटिस में प्रो. आशा शुक्ला के कृत्य को कदाचरण निरूपित किया गया है। छेडछाड़ के मामले में उच्च शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन भी किया है। विश्वविद्यालय के इस कदम की सर्वत्र आलोचना हो रही है और प्रो. आशा शुक्ला के बचाव में एक समूह आगे आ गया है। गौरतलब है कि जब छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई तब प्रो. शुक्ला ही वहां पहुंची थीं और उन्होंने मीडिया को इंटरव्यू दिया था।