भोपाल। नगर निगम भोपाल के कमिश्नर की कल खाली हुई सीट के लिए राजनीति शुरू हो गई है। राजनीति इसलिए क्योंकि राजनीति से तालमेल न बैठा पाने के कारण ही रजनीश श्रीवास्तव की विदाई हुई। अब इस सीट पर वही अधिकारी आएगा जो भाजपा की पसंद का हो। इसी के चलते प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र तोमर ने अपना कार्ड खेल डाला और मुरैना के सीईओ शर्मा की इस महत्वपूर्ण पोस्टिंग लगभग तय हो गई है।
मध्यप्रदेश में दोबारा अध्यक्ष नरेन्द्र तोमर की लोकप्रियता से ज्यादा इन दिनों भाजपा में दहशत जारी है। चुपके से प्रभात को अस्त कर देने वाले तोमर को के बारे में कहा जा रहा है कि प्रभात से दोस्ती कर तो-मर और नरेन्द्र से दुश्मनी कर तो-मर। शायद इसी के चलते महापौर कृष्णा गौर ने भी नरेन्द्र तोमर द्वारा सुझाए गए नाम पर ग्रीन सिग्नल दिखा दिया है।
सूत्रों के की मानें तो मुरैना से जिला पंचायत सीईओ विनोद शर्मा का नगर निगम कमिश्नर बनना लगभग तय हो चुका है। एक-दो दिन में इसके आर्डर हो जाएंगे।
हालांकि निगम के पूर्व में भी कमिश्नर रह चुके एमबी ओझा भी फिर से निगम में आने के इच्छुक बताए गए हैं। बीडीए के सीईओ कुमार पुरुषोत्तम के आने की बात भी जोरों पर चल रही है। इसकी वजह उनके नाम पर सभी की सहमति होना है। हालांकि वे अब तक अपना मन नहीं बना पाए हैं। इसके अलावा ग्वालियर निगम कमिश्नर वेद प्रकाश शर्मा, संभागायुक्त कार्यालय में पदस्थ उर्मिला शुक्ला, भोपाल एडीएम उमाशंकर भार्गव के नाम भी चर्चा में हैं।