इन्दौर। वो अपने घर में खुश थी, पढ़ाई करती थी और सबकुछ ठीक चल रहा था कि तभी उसकी मुलाकात दो महिलाओं से हुई। दोनों महिलाओं ने उसे रंगीन सपने दिखाए, बातों में लगाया और एक दिन अचानक वो घर से गायब हो गई। पूरे पांच दिन तक उसके साथ एक युवक सैक्सुअल रिलेशन बनाता रहा। उसके बाद जो शुरू हुआ वो कहानी है कि कैसे गरीब परिवारों की युवतियां सैक्स रैकेट में फंस जातीं हैं।
वीणानगर इन्दौर निवासी 15 वषीय नाबालिग युवती की मुलाकात गौरीनगर निवासी मीना कटारिया व उसकी बहू नेहा कटारिया से हो गई। यह मुलाकात उसकी जिंदगी को सैक्स के अंधेरे कुऐं की ओर ले गई।
दोनों सासबहू ने मिलकर उसे रंगीन जिंदगी के सपने दिखाए और बहलाफुसलाकर सैक्स रिलेशन के लिए तैयार कर लिया। उसे मालूम ही नहीं चला कि कब उसे कॉलगर्ल बनाए जाने की प्रोसेस शुरू हो गई।
एक दिन इन्हीं रंगीन सपनों को अपनी आखों में लिए युवती घर से गायब हो गई। उसकी मॉ ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, पांच दिन तक वो गायब रही फिर अचानक लौट आई। पुलिस ने भी मामला प्रेम प्रसंग का समझकर रफादफा कर दिया। ज्यादा पूछताछ नहीं की।
कुछ दिनों बाद वो फिर घर से गायब हो गई। परिजनों ने खूब तलाशा, लेकिन नहीं मिली। फिर अचानक वापस आ गई। परिजनों ने विवाद बढ़ा तो उन्होंने अपनी बेटी को बालिका संरक्षण गृह में भेज दिया।
यहां प्रभारी ने उससे बातचीत की तो जो पता चला वो इन्दौर में एक्टिव सैक्स रैकेट और मानव तस्करी का सबसे बड़ा क्लू ले गया। उसने बताया कि घर से भागने के बाद वो दोनों महिलाओं के पास गई। उन्होंने उसे अपने घर में रखा और एक युवक के साथ सैक्सुअल रिलेशन बनाने के लिए तैयार किया। वो बातों में आ गई और पांच दिन तक उसके साथ रेप होता रहा।
इसके बाद उन्होंने उसे छोड़ दिया। वो वापस अपने घर आ गई, लेकिन दोनों महिलाओं ने उससे संपर्क बनाए रखा और जैसे ही नया क्लाइंट मिला महिलाओं ने उसे फिर बुला लिया। उसे लालच के साथ साथ धमकियां भी दी गईं। डरी सहमी किशोर फिर घर से भागी और नए क्लाइंट के साथ...।
इस बार जब वो घर लौटी तो उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। वो समझ नहीं पा रही थी कि उसकी जिंदगी का क्या हो गया है। वो अपने साथ हुई घटना परिवार को बता भी नहीं पा रही थी। इसी के चलते विवाद हुआ और परिवार ने उसे बालिका संरक्षण गृह भेज दिया।