ग्वालियर। छापामार कार्रवाई कर एक सैक्स रैकेट का पर्दाफाश करने वाली पुलिस के पसीने उस समय छूट गए जब छापे में पकड़ी गईं दो बांग्लादेशी कॉलगर्ल्स सबकी आखों में धूल झोंकते हुए फरार हो गई। हालात यह बने कि पुलिस बजाए अपनी पीठ थपथपाने के, मामले को छिपाने में ही जुटी रही।
इंदरगंज थाना प्रभारी अनिल शर्मा के अनुसार आठ अक्टूबर 2012 को मुरार की रिवर व्यू कॉलोनी में सेक्स रैकेट चलाने वालों के चंगुल से पुलिस ने बांग्लादेश के ढाका की रहने वाली दो युवतियों को पकड़ा था। उस समय दोनों ने बताया था कि वो ये काम अपनी मर्जी से नहीं करतीं बल्कि जबरन कराया जाता है। इसके बाद दोनों को महिला अल्पकालीन आवास गृह में रखा गया था।
सोमवार शाम पौने सात बजे के करीब दोनों युवतियां बिना बताए और लोगों की नजर बचाते हुए यहां से गायब हो गईं। महिला अल्पकालीन आवास गृह की अधीक्षक शैलजा ने सोमवार रात को ही इंदरगंज थाने में दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले को मंगलवार देर रात तक गोपनीय रखा। रिवर व्यू कॉलोनी के एक फ्लैट से पुलिस ने मौके पर दो युवतियों और तीन युवकों को गिरफ्तार किया था। सीएसपी डीबीएस भदौरिया व महिला थाना प्रभारी प्रीति भार्गव ने छापे की कार्रवाई को अंजाम दिया था।
पुलिस के अनुसार पकड़े गए युवकों में राकेश कुमार सेना का जवान शामिल था। दो अन्य युवकों राम इकबाल राय निवासी पिंटो पार्क व राकेश यादव निवासी शताब्दीपुरम को भी गिरफ्तार किया गया था। दोनों मालनपुर स्थित फ्लैक्स कंपनी में कार्यरत हैं। तीनों ने बताया कि उनसे 800 से 1000 रुपए लिए गए थे। पुलिस ने इस मामले में फ्लैट के मालिक अशोक शर्मा को भी गिरफ्तार किया था।