सतना। वह पांच साल तक अपनी ही बेटियों का शारीरिक शोषण करता और बेटियां घुट-घुट कर अपने बाप की हवस की शिकार होती रहीं। बाप की जान से मारने की धमकी और लोकलाज के डर ने उन्हें मुंह बंद करने को मजबूर कर दिया था बाद में दोनों ने आपबीती अपनी सहेलियों को सुनाई। इस बात की जानकारी सहेलियों से स्कूल टीचर को बता दी, नतीजतन, टीचर ने एक बाप की पाशविकता की कहानी पुलिस को बताई। पुलिस ने दरिन्दे को हिरासत में ले लिया और बाप-बेटियों का मेडिकल परीक्षण कराया।
मध्य प्रदेश के सतना जिला में एक छोटी सी तहसील है रामनगर। इसी तहसील में एक छोटा सा गांव है जगनगरा। अचानक ही यह गांव सुर्ख़ियों में आ गया। दरअसल यहाँ एक बाप अपनी ही दो नाबालिग बेटियों के साथ सालों से दुष्कृत्य करता रहा और बेटियां दर के मारे चुप रहीं। पेशे से मजदूर राजकुमार कुशवाहा की पत्नी सन 2007 में टीबी रोग की वजह से स्वर्ग सिधार गई थी।
राजकुमार की चार संतानों में दो दोनों बेटियां सबसे बड़ी हैं। पत्नी के गुजर जाने के बाद बाप की नीयत अपनी ही बेटियों के ऊपर डोल गई और उस हरकत पर उतर आया जिसकी इज़ाज़त समाज कतई नहीं देता। वह अपने ही जिगर के टुकड़ों की इज्ज़त तार-तार करता रहा। बेचारी बेटियां लोक लाज के डर से कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं रहीं। काफी अरसा बाद कक्षा 7वीं में पढने वाली पीड़ित लडकियों ने शोषण की कहानी अपने ही क्लास में पढ़ रही सहेलियों से बताया।
सहेलियो ने यह जानकारी स्कूल टीचर रुक्मणी श्रीवास्तव को बताया। यह जान कर स्कूल टीचर के पांव तले जमीन खिसक गई। स्कूल टीचर ने एक बाप की पाशविकता की कहानी लड़कियों के चाचा-चाची को बताई। चाचा-चाची और गांव वालों ने मिलकर राजकुमार को समझाया कि ऐसा करना पाप है। राजकुमार ने भी भविष्य में ऐसा कृत्य न करने का वादा किया। कुछ दिनों तक तो सब ठीक रहा लेकिन राजकुमार के भीतर का राक्षस फिर जाग गया....वह अपनी बेटियों को फिर हवस का शिकार बनाने लगा।
थकहार कर चाचा ने मामले की रिपोर्ट रामनगर थाणे में दर्ज करा दी। शिकायत की विना पर पुलिस ने रिश्तों को कलंकित करने वाले बाप को गिरफ्तार कर लिया। रविवार को बाप-बेटियों को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल लाया गया।