भोपाल। भाजपा विधायक जितेन्द्र डागा जेपी अस्पताल से वो तीनों ऐसी निकालकर ले गए जो उन्होंने विधायक निधि के माध्यम से अस्पताल को दान किए थे। कांग्रेस ने इस मामले में तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि विधायक निधि सरकारी खजाने से खर्च होती है, उनकी निजी संपत्ति नहीं है जो जब चाहें दान करें, जब चाहें निकाल ले जाएं।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता त्रिलोक दीपानी ने आज जारी बयान में कहा है कि हुजूर विधान सभा क्षेत्र के भाजपा विधायक जितेन्द्र डागा ने कुछ समय पूर्व भोपाल के जयप्रकाश अस्पताल (जेपी अस्पताल) को जिला अस्पताल होने के कारण मरीजों की सुविधा के लिए तीन एसी अपनी विधायक निधि से उपलब्ध कराये थे। अब उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को सूचित किये बिना ही तीनों एसी निकाल लिये हैं। अस्पताल से ये एसी हटा लिये जाने से मरीजों को निश्चित ही उनके अभाव में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
दीपानी ने कहा है कि ये तीनों एसी विधायक निधि अर्थात सरकारी पैसों से ही खरीदे गये थे और जनता की संपत्ति है। ऐसी दशा में विधायक द्वारा तीनों एसी अस्पताल से निकाल कर ले जाना विधायक की जनविरोधी मानसिकता को जाहिर करता है। इस घटना से यह बात भी साफ तौर पर सामने आती है कि जनप्रतिनिधि को जिस प्रकार संवेदनशील होना चाहिए, जितेन्द्र डागा उस प्रकार की संवेदनशीलता से रहित हैं। ऐसी दशा में उन्हें जनप्रतिनिधि कहलाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।