भोपाल। दतिया कलेक्टर जीबी कबीरपंथी के बेटे को अरेस्ट करने दतिया गई भोपाल पुलिस की टीम को दतिया कलेक्टर के बंगले सहित आफिस और दतिया के तमाम सरकारी रेस्टाहाउस की सर्चिंग की परंतु कलेक्टर के दोनों फरार बेटे वहां नहीं मिले। इधर भोपाल में कलेक्टर द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए दतिया में दर्ज कराए गए मामले को गंभीरता से लेते हुए गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता एवं डीजीपी ने आईजी चम्बल व एसपी दतिया को तलब किया है।
यहां हम बता दें कि भोपाल के तुलसी नगर इलाके में 5 जनवरी शनिवार देर रात उस वक्त दहशत फैल गई, जब दतिया कलेक्टर जीपी कबीरपंथी के दो बेटों ने अपने ही दोस्त पर हवाई फायर कर दिए। आरोपियों ने बीच बचाव करने आए युवक के छोटे भाई और दोस्त को भी रिवाल्वर की बट से मारा और तीन फायर किए। हालांकि वारदात में किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई। टीटी नगर पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
लालघाटी स्थित एक निजी कंपनी में बतौर एचआर पदस्थ तुलसी नगर निवासी अनंत श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार रात करीब साढ़े बारह बजे वह अपने घर के सामने खड़े थे। इसी बीच आठ साल पहले उसके पड़ोस में रहने वाला पूर्व परिचित संभव पिता जीपी कबीरपंथी अपने छोटे भाई टोनी के साथ वहां पहुंचा। संभव ने अनंत को गले लगाया, लेकिन टोनी ने कार से उतरकर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। संभव ने टोनी के नशे में होने की बात कहकर मामला शांत करवाया फिर दोनों वहां से चले गए।
सीएसपी रामेश्वर यादव ने बताया कि करीब आधा घंटे बाद दोनों भाई कार से लौटे और गाली-गलौज शुरू कर दी। अनंत ने घर के सामने गाली गलौज करने से मना किया तो आरोपियों ने रिवॉल्वर से हवाई फायर कर दिए। इतना ही नहीं आरोपियों ने बीच बचाव करने आए उसके छोटे भाई बोनी और दोस्त साशा पर भी रिवाल्वर के बट से हमला कर दिया।
बताया जा रहा है कि दतिया कलेक्टर जीपी कबीरपंथी का बड़ा बेटा संभव ईटखेड़ी के पास क्रेशर चलाता है। वहीं, उनका छोटा बेटा टोनी फिलहाल वकालत की पढ़ाई कर रहा है। वारदात के बाद अनंत टीटी नगर थाने पहुंचा और दोनों आरोपियों के खिलाफ फायर करने, मारपीट करने और जान से मारने की धमकी की धाराओं में मामला दर्ज करा दिया। रविवार सुबह पुलिस ने दोनों के ई-6 स्थित मकान में दबिश भी दी, लेकिन दोनों पहले ही फरार हो चुके थे।
इस घटना को कारित करने के बाद फरार हुए दतिया कलेक्टर के दोनों बेटे दतिया पहुंचे और वहां इस मामले के फरियादी अनंत श्रीवास्तव के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। बताया जा रहा है कि वहां दोनों बेटों का मेडीकल भी करवाया गया।
इस मामले को शासन ने गंभीरता से लिया है एवं कलेक्टर द्वारा पद का दुरुपयोग माना जा रहा है। भोपाल पुलिस की दलील है कि यदि दतिया कलेक्टर के बेटों के साथ भी कोई घटना हुई थी तो उन्हें भोपाल पुलिस से संपर्क करना चाहिए था, दतिया जाकर रिपोर्ट दर्ज कराने का क्या औचित्य। मामले में दतिया एसपी की भूमिका भी संदिग्ध हो गई है। इसी के चलते उन्हें तलब किया गया।