बीएड परीक्षाओं में खुली नकल

भोपाल। बीएड की परीक्षाओं में खुलेआम नकल चल रही है। यूनिवर्सिटी का स्टाफ चैकिंग के नाम पर केन्द्रों तक जाता तो है, लेकिन बाहर से ही नाश्ता पानी करके लौट जाता है। अंदर खुलेआम नकल चल रही है। 

भिंड में बीएड परीक्षा के दूसरे पर्चे में शनिवार को जमकर नकल चली। हर परीक्षा केंद्र के बाहर तो शांति दिखी, लेकिन अंदर गाइड और पर्ची से नकल चली। लेकिन जीवाजी विवि का दल सिर्फ जैन कॉलेज से एक ही नकलची को पकड़ सकी। 

इन केंद्रों पर हुई परीक्षा 

बीएड की परीक्षा जिले के शासकीय एमजेएस कॉलेज, जैन डिग्री कॉलेज, ओएसिस इम्पीरियल कॉलेज ऑफ एजुकेशन गोहद, चौधरी दिलीप सिंह कन्या कॉलेज, कमल सिंह कॉलेज व केएस कॉलेज मौ, जगतगुरु शंकराचार्य, विद्यावती कॉलेज, स्वामी विवेकानंद कॉलेज, सन इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर्स कॉलेज लहार और पातीराम शिवहरे कॉलेज में हो रही है। इन सभी कॉम्लेज में नकल माफिया हावी है। सभी केंद्रों पर नकल हो रही है और इसे रोकने में अफसर दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। 

अफसरों के सामने ही नकल 

बीएड परीक्षा में नकल रोकने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की परीक्षा केंद्रों के बाहर तैनाती तो की, लेकिन अधिकारियों ने नकल रोकने के न तो इंतजाम किए और न ही गाइड व चिट पकड़ीं। परीक्षार्थियों ने अधिकारियों के सामने ही नकल की। 

नकल सामग्री से लैस परीक्षार्थी 

बीएड परीक्षा देने के लिए सुबह नौ बजे से पहले ही परीक्षार्थी परीक्षा केंद्रों पर पहुंच गए थे। यहां अधिकतर परीक्षार्थी नकल सामग्री से लैस थे। हाथों में गाइड और जेब में हाथ से लिखीं पर्चियां छिपाए रखे थे। सुबह पौने नौ बजे परीक्षार्थियों को परीक्षा केेंद्रों में प्रवेश दिया गया, लेकिन किसी भी परीक्षार्थी की तलाशी नहीं ली गई। जिसकी वजह से परीक्षार्थी केंद्र के अंदर नकल सामग्री ले जाने में सफल रहे। 

एसडीएम तक की तैनाती किसलिए 

उधर बीएड परीक्षा केंद्रों पर जिला प्रशासन की ओर से तहसीलदार व एसडीएम तक की तैनाती करने से प्रशासन पर सवाल भी खड़े हो गए हैं। शनिवार को जब भास्कर की टीम जैन कालेज पर पहुंची तो यहां तहसीलदार आरएस बाकना तैनात थे। उन्होंने मीडिया को परीक्षा केंद्र मेें घुसने से रोका। अपर कलेक्टर पी के श्रीवास्तव से फोन पर बात कराने के बाद यहां कैमरा मैन घुस सका। जाहिर है कि इन अधिकारियों की तैनाती सिर्फ मीडिया व दूसरे बाहरी लोगों को केंद्र में घुसने से रोकने के लिए की गई है। 

पीजीडीसीए परीक्षाओं में भी नकल का जोर 

उधर महर्षि महेश योगी विश्वविद्यालय की पीजीडीसीए की परीक्षाओं में भी नकल खुलेआम की जा रही है। इसके लिए जिले में चार परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं और सभी पर नकल माफिया हावी है। 

शहर का परीक्षा केंद्र गांव में 

महर्षि महेश योगी यूनिवर्सिटी के करीब एक दर्जन अध्ययन केंंद्र भिंड मुख्यालय पर संचालित हैं। लेकिन आपको यह जान कर आश्चर्य होगा कि इन सभी केंद्रों का परीक्षा केंद्र ऊमरी स्थित एक कालेज को बनाया गया है। सभी परीक्षार्थी इस कालेज में ही परीक्षा देने पहुंच रहे हैं। 

इन स्थलों पर भी नकल 

महर्षि महेश योगी विश्वविद्यालय की पीजीडीसीए व अन्य कम्प्यूटर विषयों की परीक्षा में न सिर्फ ऊमरी बल्कि गोहद, मेहगांव और लहार के परीक्षा केंद्रों पर भी नकल खुलेआम कराई जा रही है। सभी केंद्रों पर माफिया हावी है। यहां तक भी चर्चा है कि जो केंद्र बनाए गए हैं, उन्हें दो से तीन लाख रुपए में सौदा कर तैयार किया गया है। 

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