भोपाल। चुनावों की आहट ने नेताओं को जनता की अदालत में अपने अपने मामले लाने के लिए मजबूर कर दिया है। इसी प्रक्रिया के चलते नगरनिगम परिषद के अध्यक्ष कैलाश मिश्रा ने नववर्ष मिलन समारोह में निगम की महापौर पर जबर्दस्त हमला बोला। उन्होंने कहा कि पैसा केन्द्र ने भेजा और क्रेडिट महापौर समेटती घूम रहीं हैं। मिश्रा ने आरोप लगाया कि महापौर का फोकस भोपाल शहर नहीं बल्कि गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र मात्र है।
बागमुगालिया एक्सटेंशन कॉलोनी विकास समिति के नववर्ष मिलन समारोह में महापौर बतौर मुख्य अतिथि और परिषद अध्यक्ष कैलाश मिश्रा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। कार्यक्रम में परिषद अध्यक्ष पहले बोले। उन्होंने कहा कि केंद्र से जेएनएनयूआरएम के तहत 2153 करोड़ की योजनाएं मंजूर हुई हैं। जिसमें नर्मदा प्रोजेक्ट हो या फिर बीआरटीएस। सभी में कांग्रेस की केंद्र सरकार, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी और तत्कालीन महापौर सुनील सूद की मेहनत का नतीजा है।
मिश्रा यही नहीं रुके, बल्कि उन्होंने कहा कि महापौर हर मंच से घोषणा करती हैं कि बीआरटीएस, लो फ्लोर बसें, नर्मदा परियोजना, गरीबों के मकान और शहर में वॉटर डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क की शक्ल में उनके जीवन के पांच सपने साकार हो रहे हैं। महापौर मुझे बताएं जब इन योजनाओं की सौगात शहर को मिली थी, तब वह महापौर थीं क्या? या नहीं। तब वह तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की पुत्र वधु थीं।
महापौर पर निशाना साधते हुए मिश्रा ने कहा कि महापौर शहर को अलग-अलग नजरिए से देखती हैं। शहर में 6 विधानसभा क्षेत्र हैं, लेकिन उनका ध्यान सिर्फ गोविंदपुरा विधानसभा पर है। यह जनता के साथ सौतेला व्यवहार है।
इसके बाद जब महापौर की बारी आई तो उन्होंने भी जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि यह कोई राजनीतिक मंच नहीं, बल्कि समिति का कार्यक्रम है।
यहां भी परिषद अध्यक्ष राजनीति कर रहे हैं। रही विकास योजनाओं की बात, तो वह केंद्र सरकार की जरूरत है, लेकिन उनमें निगम की 30 फीसदी और राज्य शासन की 20 फीसदी की हिस्सेदारी है। यानी दोनों केंद्र और राज्य सरकार बराबर राशि खर्च कर रहे हैं। यही नहीं, योजनाओं को भी हम पूरा कर रहे हैं।