ग्वालियर। जिले के टिहोली गांव में एक खेत से 6 मोरों की लाशें मिलीं हैं। इसके अलावा तीन मोर मरणासन्न हैं। उनका इलाज किया जा रहा है। सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्या था उस खेत में जो एक के बाद एक लगातार 6 मोर मर गए और तीन मरणासन्न हैं।
टिहोली गांव के ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचित किया था कि गांव के एक खेत में कुछ मोर मृतावस्था में पड़े हुए हैं। इस सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो वहां उसे 6 मोर मृतावस्था में मिले और तीन बेहोशी में मिले। वन विभाग ने मृत मोरों को पोस्टमार्टम के लिए और अचेत मोरों को इलाज के लिए भेज दिया है।
बताया गया है कि खेत मालिक ने अपने खेत में कीटनाशकों का झिड़काव किया था। इस जहरीले केमिकल से अनजान भारत का सबसे सुन्दर और राष्ट्रीय पक्षी मोर हरे भरे खेतों में चले आए, लेकिन जैसे ही उन्होंने दाना चुगा, उनकी मौत होती चली गई। किसी जमाने में लहलहाते खेतों का आभूषण माने जाने वाले मोरों के लिए उनके प्रिय खेत अब मौत का मैदान बन गए हैं।