भोपाल। फिल्मी स्टाइल में हुए बड़ौनी लूटकांड में एसपी दतिया ने दो सेनिकों की सेवाएं समाप्ती एवं एक सिपाही को सस्पेंड कर मामले पर पर्दा डालने का प्रयास किया है, जबकि थाना इंचार्ज को सरेआम बचाने के लिए जांच के आदेश दिए हैं। सनद रहे कि बीती रात बड़ौनी में बदमाशों ने फिल्मी स्टाइल में हमला बोला, वो लूटपाट करते रहे, लोग पुलिस से मदद मांगते रहे, लेकिन पुलिसवाले तो जैसे छुट्टी पर थे। कोई मदद के लिए नहीं पहुंचा।
इतना ही नहीं लूट के बाद जब लोग थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे तो थाना इंचार्ज ने केवल चोरी की रिपोर्ट दर्ज की। लूट का कहीं कोई जिक्र ही नहीं हुआ। विरोध में पूरा इलाका बंद रहा, तब कहीं जाकर इस मामले को यहीं दबाने के लिए एसपी दतिया ने एक छोटी सी कार्रवाई कर दो सैनिकों की सवाएं समाप्त कर दीं और एक सिपाही को सस्पेंड कर दिया, लेकिन इस पूरे मामले में प्रथम दृष्टया दोषी थाना इंचार्ज को लाइन हाजिर तक नहीं किया, हां एडीशन एसपी को तैनात कर दिया कि वो जांच करें और लीपापाती करें।
लीपापोती का अंदेशा इसलिए कि थाने पर तैनात रहते कोई भी व्यक्ति क्या बयान देगा और कितना बोलेगा यह सभी जानते हैं। जांच के दौरान सस्पेंड करने की परंपरा इसीलिए है ताकि जांच प्रभावित न हो, लेकिन एसपी ने भी जैसे इस मामले में लीपापोती का इशारा किया है। यदि इन दिनों विधानसभा न चल रही होती तो शायद यह भी न होता।
यह आदेश जारी हुआ आज
दतिया के पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर सोलंकी द्वारा बडौनी में लूटपाट एवं चोरी की घटना को गंभीरता से लेते हुए। गश्त पर तैनात आरक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया हैं थाने पर मौजूद दो सैनिकों की किट जमा करा कर छुट्टी कर दी गई है। पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना प्रभारी के संबंध में एडीशनल एस.पी. आर.एस. प्रजापति को जांच के निर्देश दिये गये है। जांच के दौरान यदि थाना प्रभारी की लापरवाही पाई जाती है तो उनके विरूद्ध भी कार्यवाही होगी।
क्या हुआ था वारदात की रात
दतिया जिले के बड़ौनी कस्बे में शुक्रवार-शनिवार की रात नकाबपोश बदमाशों ने कट्टे की नोंक पर दो घंटे तक लूटपाट करते रहे। लुटेरों ने इस दौरान सोने-चांदी की दुकान समेत छह घरों में लूट की। कस्बेवासी पुलिस थाने में मदद की गुहार लगाते रहे, लेकिन पुलिस मौके पर जाने की बजाय फोर्स न होने के बहाने बनाती रही। पुलिस ने मामले को दबाने के लिए सुबह पीडि़तों की शिकायत पर केवल चोरी की तीन अलग-अगल एफआईआर दर्ज की। इस वारदात के विरोध में कस्बे के बाजार बंद रहे।
जानकारी के अनुसार रात लगभग तीन बजे नकाबपोश बदमाशों ने महेश कुमार इटौरिया के घर पर धावा बोल दिया। यहां बदमाशों ने कट्टे की दम पर सोने-चांदी के जेवर लूट ले गए। वारदात के बाद महेश अपने परिजनों के साथ थाने पहुंचकर इसकी जानकारी दी। लेकिन थाने पर तैनात संतरी ने यह कहकर सबको वापस कर दिया कि पुलिस बल नहीं है। इसके बाद बदमाशों ने कस्बे के आधा दर्जन जगहों को निशाना बनाया। लूट की शिकार हुए लोगों ने बताया कि जब वे थाने पहुंचे तो वहां पर एसएएफ के चार जवान भी सो रहे थे, लेकिन किसी ने लुटेरों को पकडऩे की कोशिश नहीं की।
घटना के विरोध में बंद रहे बाजार : बड़ौनी में हुई घटनाओं के विरोध में शनिवार को कस्बा बड़ौनी के बाजार पूरी तरह से बंद रहे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता मुरारी लाल गुप्ता के नेतृत्व में नागरिकों ने शहर में गश्त बढ़ाने तथा नागरिकों की सुरक्षा की मांग को लेकर बाजार बंद रखे। नागरिकों ने थाना बड़ौनी का घेराव भी किया। घटना के बाद भाजपा नेता अवधेश नायक सहित तमाम जन प्रतिनिधि पहुंचे।
तीन अलग अलग रिपोर्ट हुई दर्ज : पुलिस ने घटना में तीन एफआईआर दर्ज की। फरियादी नरेन्द्र कुमार सोनी की रिपोर्ट पर 40 हजार की चोरी, महेश कुमार इटौरिया की रिपोर्ट पर कट्टे का भय दिखा कर 45 हजार की चोरी तथा मजीद खां की रिपोर्ट पर सोने चांदी के जेवरों सहित 45 हजार की चोरी का मामला दर्ज किया गया।
बड़ौनी लूटकांड में सिर्फ सिपाही सस्पेंड, थाना इचांर्ज की सुरक्षा को तैनात एडीशनल एसपी