भोपाल। सरकारी दवाएं बेचने वाली फर्म विपुल सिद्धी इंटरप्राइजेस का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है। यह जबाव विधानसभा में चिकित्सा राज्यमंत्री ने विधायक जीतू जिराती के प्रश्न पर दिया।
भाजपा विधायक जीतू जिराती के एक प्रश्न के जवाब में चिकित्सा राज्यमंत्री महेन्द्र हार्डिया ने स्वीकार किया कि इंदौर के दवा बाजार में जिस विपुल सिद्धी इंटरप्राइजेस पर करीब 22 हजार रुपए की ऐसी दवाएं मिली थीं जिन पर शासकीय प्रदाय हेतु की सील अंकित थी। यह दवाएं किसी मेडिकल स्टोर पर नहीं मिलीं।
उन्होंने बताया कि विपुल सिद्धी इंटरप्राइजेस का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है। सुदामा सिंह के प्रश्न के जवाब में हार्डिया ने बताया कि अनूपपुर जिले में परिवार नियोजन ऑपरेशन असफल होने की एवज में जिन लोगों को मुआवजा नहीं मिला है उनका शीघ्र भुगतान कराया जाएगा। विभाग के प्रमुख सचिव ने इसके लिए संबंधित बीमा कंपनी के अधिकारियों तो तलब किया है।