इन्दौर। ग्वालियर राजघराने के महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्यप्रदेश में कांतिलाल भूरिया की लीडरशिप एक्सेप्ट कर ली है। सनद रहे कि समन्वय समिति की बैठक में उन्होंने भूरिया का विरोध किया था और इससे पूर्व भी उनके समर्थकों ने भूरिया के खिलाफ खुला मोर्चा खोला था।
आज यहां एक प्रेस ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा कि मप्र को कोयले का पूरा कोटा आवंटित किया था, पर राज्य सरकार ने कोयले का कम इस्तेमाल किया।
मांग के बावजूद मप्र सरकार ने कोयला आयात नहीं किया। देश में कोयले की कमी नहीं है। सिंधिया ने यह भी कहा कि मप्र विधानसभा का अगला चुनाव कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में ही लड़ेगी।
सिंधिया यहां गुरुवार शाम प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। सिंधिया ने कहा कि मप्र सरकार को पूरी मदद दी जाएगी। उन्होंने बिजली की बचत पर जोर देते हुए कहा कि गांव-गांव में विद्युत वितरण के पुख्ता इंतजाम हैं। केंद्र और राज्य के बीच बेहतर तालमेल का भी उन्होंने सुझाव दिया।
केंद्रीय ऊर्जा राज्यम़ंत्री ने कहा कि मप्र में अगला विधानसभा चुनाव प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी नेता को सार्वजनिक टिप्पणी नहीं करना चाहिए। मैं उन नेताओं में नहीं हूं जो टिप्पणी करे।
