भोपाल। अंतरराष्ट्रीय विंध्य हर्बल वन मेले में में नकली दवाएं बेची जा रहीं है। यह आरोप लगाया है भेल के रिटायर्ड कर्मचारी रामनाथ सिंह ने। उनका कहना है कि उन्हें जो दवाएं दी गईं हैं वो सभी नकली है।
लाल परेड मैदान में चल रहे अंतरराष्ट्रीय विंध्य हर्बल वन मेले में देशी दवाओं के नाम पर मरीजों को नकली दवा थमा ई जा रही हैं। शनिवार को ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें असली दवा के नाम पर व्यक्ति को उसी नाम की नकली दवा थमा दी गई। इसकी शिकायत मेला प्रबंधन से की गई है।
भेल के रिटायर्ड कर्मचारी रामनाथ सिंह शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय विंध्य हर्बल वन मेले पहुंचे थे। यहां पर उन्होंने विशाल जड़ी बूटी भंडार पर मौजूद वैद्य बलराम जावरिया को कमजोरी की शिकायत की। वैद्य ने उन्हें शिलाजीत खाने की सलाह दी और तंदुरुत होने का दावा किया। वैद्य ने शिलाजीत के एवज में रामनाथ ने 630 रुपए लिए।
राम नाथ ने बताया कि घर में जब दवा का सेवन किया तो पता चला कि वह शिलाजीत नहीं, बल्कि रेत और किसी अन्य चीज का चूरा है। इसकी शिकायत उन्होंने मेले पहुंचकर से की तो उसने अपनी गलती स्वीकार कर ली। लेकिन बाद में मुकर गया। इधर वैद्य का दावा है कि यदि उनके द्वारा दी गई दवा नकली है तो इसका परीक्षण लैब में करवाया जा सकता है।
