भोपाल। आतंकवादी समीर खान का पासपोर्ट बनाए जाने के मामले में पासपोर्ट आफीस के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत होने का खुलासा हुआ है। गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने इस खुलासे के बाद केंद्रीय एजेंसियों को नसीहत दी है कि वे राजनीतिक मोहरा न बनें।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सीआईडी एम आर कृष्णा के मुताबिक, आतंकवादी समीर खान का पासपोर्ट बनाए जाने के मामले में पासपोर्ट कार्यालय के तत्कालीन पासपोर्ट अधिकारी टीडी शर्मा, तत्कालीन अधीक्षक और दो बाबूओं की मिलीभगत होने का संदेह है।
जल्द ही इस मामले में गिरफतरियां भी हो सकती हैं। पुलिस ने समीर खान का पासपोर्ट बनाए जाने के मामले में निगेटिव रिपोर्ट दी थी, उसके बावजूद पासपोर्ट बना दिया गया था। आतंकवादी समीर खान एनकाउंटर में मारा गया था। उसने शाजापुर का फर्जी पता दिया था।
पासपोर्ट मामले में यह खुलासा होने के बाद गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने केंद्रीय एजेंसियों को नसीहत दी है कि वे राजनीतिक मोहरा बनने के बजाय अपने काम पर ध्यान दें।