भोपाल। प्रभारी नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन ने आरोप लगाए हैं कि बड़वानी में मंच पर न केवल सांसद सुभाष पटेल ने धक्का दिया, बल्कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी उनके सीने पर हाथ रखकर धक्का दिया। बड़वानी में शनिवार को आयोजित आदिम जाति कल्याण विभाग के जनजातीय सम्मेलन में हुए घटनाक्रम पर उन्होंने आरोप लगाए कि सीएम के इशारे पर ही भाषण के दौरान साउंड सिस्टम बंद किया गया।
सरकारी कार्यक्रम उनके विधानसभा क्षेत्र में हो रहा था, पर उनके प्रति प्रोटोकॉल का पालन नहीं हुआ। सांसद सुभाष पटेल, विभागीय मंत्री अंतर सिंह आर्य और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के बाद भी उन्हें भाषण के लिए नहीं बुलाया गया, सीधे सीएम को आमंत्रित कर लिया गया। जब सीएम के पास जाकर उन्होंने आपत्ति की तो उन्होंने बोलने का मौका तो दिया मगर लोगों ने हंगामा मचा दिया।
बच्चन ने अभद्रता के आरोप भी लगाए और कहा कि सांसद पटेल ने कॉलर नहीं पकड़ी बल्कि उन्हें धक्का देकर मंच से नीचे करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि वे अपने प्रोटोकॉल का पालन नहीं किए जाने पर मुख्य सचिव बीपी सिंह को शिकायत करेंगे। साथ ही लोकसभा-विधानसभा अध्यक्षों को पत्र भी लिखेंगे। बच्चन ने कहा कि इस मामले को वे विशेषाधिकार हनन का मुद्दा बनाएंगे और सदन में उठाएंगे।
लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा
पीसीसी चीफ अरुण यादव ने सांसद सुभाष पटेल के खिलाफ कार्रवाई के लिए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को पत्र लिखा है। आग्रह किया है कि उनसे इस मुद्दे पर जवाब तलब किया जाए। यादव ने नवदुनिया से चर्चा में कहा कि विधानसभा के बजट सत्र में इसको लेकर निंदा प्रस्ताव भी लाया जाएगा। यादव ने बच्चन के साथ हुए व्यवहार को आदिवासी समाज का अपमान बताया। इसके खिलाफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता 24 जनवरी को राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपेंगे।