जबलपुर। शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में शुक्रवार की सुबह उस वक्त हड़कम्प मच गया, जब एक साध्वी के साथ ज्यादती के प्रयासों संबंधी शिकायत पर जिला आयुष अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम यहां पहुंची और उसने काफी देर तक सवाल-जवाब किये। इस दौरान टीम ने मौजूद अधिकारियों व कर्मचारियों से जवाब मांगते हुए यह भी पूछा कि साध्वी के साथ किस-किस व्यक्ति ने र्दुव्यव्हार किया है, उनके नाम बताए जाएं।
इस संबंध में जानकारों ने बताया कि बुखार एवं चक्कर आने की शिकायत पर गत वर्ष 7 से 23 मार्च तक एक साध्वी महिला शासकीय आयुर्वेद चिकित्सालय में जांच के लिए आई थी। यहां चिकित्सकों ने परीक्षण कर उसे भर्ती होने की सलाह दी, जिसके बाद डॉ. प्रीति पाठक द्वारा महिला का इलाज शुरू किया गया।
दिन-रात किया परेशान
बताया जाता है कि उक्त साध्वी ने कमिश्नर व कलेक्टर को लिखित शिकायत करते हुए कहा था कि वह जब तक चिकित्सालय में भर्ती रही, तब तक सुरक्षा गार्ड तथा एक डच्यूटी डॉक्टर द्वारा उसे दिन-रात परेशान किया जाता रहा। उसका यह भी आरोप था कि उसके साथ अस्पताल कर्मचारियों द्वारा ज्यादती करने का प्रयास भी किया गया।
कई बार की शिकायत
कर्मचारियों द्वारा किये गये र्दुव्यवहार की लिखित शिकायत डिस्चार्ज होने के बाद महिला ने चिकित्सालय अधीक्षक के पास की और वहां से कार्रवाई नहीं होने पर उसने कमिश्नर एवं कलेक्टर के पास भी आवेदन दिया। इसके बाद एक वर्ष तक तो इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई, लेकिन बीते दिवस कलेक्टर के निर्देश मिलने पर जिला आयुष अधिकारी डॉ. एके गर्ग के नेतृत्व में एक टीम सुबह 11 बजे चिकित्सालय पहुंची ।
शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय के संबंध में आई साध्वी की शिकायत पर जांच करने कलेक्टर से हमें निर्देश मिले थे। इसी के बाद हमने मामले की जांच शुरू की है और जल्द ही इसकी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी जाएगी।
-डॉ. एके गर्ग
जिला आयुष अधिकारी, जबलपुर