Upcoming IPO: 1 साल में 84% प्रॉफिट बनाने वाली मल्टीनेशनल कंपनी में साझेदारी, सिर्फ ₹15000 में

मुंबई, 13 दिसंबर 2025
: बैंक वाले तो साल का 8% ब्याज भी नहीं देते और ₹15000 में गोलगप्पे की दुकान भी नहीं खोली जा सकती लेकिन इसी ₹15000 में आप भारत की एक ऐसी कंपनी के साझेदार बन सकते हैं, जो 46 साल पुरानी कंपनी है, जिसका कारोबार 24 देशों में फैला हुआ है। 

कंपनी की स्थापना कब हुई और संस्थापक कौन है?

KSH International Limited की स्थापना मूल रूप से 30 जुलाई, 1979 को "भंडारी मेटल एक्सट्रूज़न प्राइवेट लिमिटेड" के रूप में हुई थी, जिसे बाद में केएसएच इंटरनेशनल लिमिटेड के रूप में परिवर्तित कर दिया गया। कंपनी के प्रमोटर (संस्थापक समूह) में कुशल सुबय्या हेगड़े, पुष्पा कुशल हेगड़े, राजेश कुशल हेगड़े, रोहित कुशल हेगड़े, और राखी गिरिजा शेट्टी सहित कई व्यक्तिगत और संस्थागत हितधारक शामिल हैं। कुशल सुबय्या हेगड़े कंपनी के मुख्य संस्थापकों में से एक हैं। 

KSH International क्या कारोबार करती है?

केएसएच इंटरनेशनल लिमिटेड मैग्नेट वाइंडिंग वायर्स (MWW) की एक प्रमुख निर्माता है, जो औद्योगिक और बिजली क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण उत्पाद हैं। कंपनी Standard और Specialized दोनों तरह के MWW का उत्पादन करती है, जिनमें ये उत्पाद शामिल हैं:
• राउंड इनेमल्ड कॉपर/एल्युमीनियम MWW।
• पेपर इंसुलेटेड रेक्टेंगुलर कॉपर/एल्युमीनियम MWW।
• कंटीन्यूअसली ट्रांसपोज़्ड कंडक्टर्स (CTC), जो उच्च-वोल्टेज अनुप्रयोगों में उपयोग किए जाते हैं।
ये उत्पाद इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसफार्मर, मोटर्स, अल्टरनेटर और जनरेटर जैसे capital goods के महत्वपूर्ण घटक होते हैं, जिनका उपयोग बिजली पारेषण, नवीकरणीय ऊर्जा, रेलवे, ऑटोमोटिव (ईवी और आईसीई) और घरेलू उपकरणों जैसे विविध उद्योगों में होता है।

कंपनी की खास बातें क्या है?

कंपनी ने बाजार में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है, जो इसकी प्रमुख ताकत है:
• बाजार की स्थिति: उत्पादन क्षमता के मामले में, यह वित्तीय वर्ष 2025 में भारत में मैग्नेट वाइंडिंग वायर्स की तीसरी सबसे बड़ी निर्माता है।
• सबसे बड़ी निर्यातक: निर्यात राजस्व के आधार पर, यह वित्तीय वर्ष 2025 में भारत से MWW की सबसे बड़ी निर्यातक है। 30 जून, 2025 तक, कंपनी अपने उत्पादों का निर्यात 24 देशों में कर रही थी।
• गुणवत्ता मान्यताएं: कंपनी के उत्पाद कड़े गुणवत्ता मानकों को पूरा करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप इसे PGCIL, NTPC, NPCIL, और RDSO जैसी महत्वपूर्ण संस्थाओं के लिए अनुमोदित आपूर्तिकर्ता का दर्जा प्राप्त है।
• स्थायी ग्राहक संबंध: वित्तीय वर्ष 2025 में परिचालन राजस्व का 94.54% हिस्सा पुराने ग्राहकों से प्राप्त हुआ, जो यह प्रमाणित करता है कि कंपनी के ग्राहक उसके प्रोडक्ट से संतुष्ट हैं और विश्वास करते हैं।

कंपनी की फाइनेंसियल परफॉर्मेंस

कंपनी ने पिछले दो वित्तीय वर्षों में राजस्व में मजबूत वृद्धि दर्ज की है:
• वित्तीय वर्ष 2023-24 में परिचालन राजस्व में पिछले वर्ष की तुलना में 31.76% की वृद्धि हुई,।
• वित्तीय वर्ष 2024-25 में यह वृद्धि दर और बढ़कर 39.45% तक पहुंच गई।
• वित्तीय वर्ष 2023 से 2025 के बीच राजस्व की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) 35.55% रही है।

कंपनी के प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) की वृद्धि दर राजस्व से भी अधिक रही है:
• वित्तीय वर्ष 2023-24 में PAT में पिछले वर्ष (₹266.13 मिलियन) की तुलना में 40.34% की वृद्धि हुई।
• वित्तीय वर्ष 2024-25 में PAT में बड़ी उछाल दर्ज की गई, जो पिछले वर्ष (₹373.50 मिलियन) की तुलना में 82.03% थी।
• इस अवधि (FY23-FY25) के दौरान PAT की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) 59.83% रही।

कंपनी की फाइनेंसियल कंडीशन कैसी है?

कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत वृद्धि के साथ-साथ बढ़ती उधार निर्भरता को दर्शाती है:
• लाभप्रदता में सुधार: कंपनी ने लगातार उच्च PAT मार्जिन (FY25 में 3.51%) और इक्विटी पर रिटर्न (ROE, FY25 में 22.77%) हासिल किया है।
• बढ़ता उधार: कंपनी पर उधार बढ़ रहा है; नेट डेट/इक्विटी अनुपात 31 मार्च, 2023 को 0.59 गुना से बढ़कर 31 मार्च, 2025 को 1.17 गुना हो गया। 31 अक्टूबर, 2025 तक कंपनी का कुल बकाया उधार ₹5,194.25 मिलियन था।
• नकदी प्रवाह चिंताएं: कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2025 (₹-97.74 मिलियन) और 2024 (₹-172.32 मिलियन) में परिचालन गतिविधियों से नकारात्मक नकदी प्रवाह (negative cash flows) का अनुभव किया है। यह मुख्य रूप से इन्वेंट्री और व्यापार प्राप्तियों में वृद्धि के कारण हुआ।

इस आईपीओ से प्राप्त धनु राशि से कंपनी उधारी चिंता कर देगी और कुछ नई मशीन भी खरीद लेगी। जिसके कारण कंपनी के कारोबार में वृद्धि होगी।

कंपनी के संचालक कौन है, उनकी एजुकेशन और एक्सपीरियंस

कंपनी के बोर्ड में अनुभवी निदेशक शामिल हैं, जिनमें चार कार्यकारी निदेशक और चार स्वतंत्र निदेशक हैं:
• कुशल सुबय्या हेगड़े (चेयरमैन): बॉम्बे विश्वविद्यालय से कला स्नातक (B.A.) किया है और उन्हें रणनीति और प्रबंधन में 45 वर्षों से अधिक का अनुभव है।
• राजेश कुशल हेगड़े (प्रबंध निदेशक): मिशिगन टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, यूएसए से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीएससी और ओक्लाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए से मैन्युफैक्चरिंग सिस्टम्स इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री है। उन्हें रणनीति और प्रबंधन में 28 वर्षों से अधिक का अनुभव है।
• रोहित कुशल हेगड़े (संयुक्त प्रबंध निदेशक): शेफ़ील्ड हैलम यूनिवर्सिटी, इंग्लैंड से एमबीए और INSEAD से एग्जीक्यूटिव मास्टर इन चेंज की डिग्री प्राप्त की है। उन्हें रणनीति और प्रबंधन के क्षेत्र में 24 वर्षों से अधिक का अनुभव है।
• राखी गिरिजा शेट्टी (पूर्णकालिक निदेशक): यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ फ्लोरिडा, यूएसए से मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री है। उन्हें कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी और प्रबंधन में 18 वर्षों से अधिक का अनुभव है।

KSH International के रिस्क फैक्टर

कंपनी के संचालन के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण जोखिम कारक निम्नलिखित हैं:
• शीर्ष ग्राहकों और आपूर्तिकर्ताओं पर अत्यधिक निर्भरता: कंपनी का राजस्व एक बड़े हिस्से के लिए शीर्ष 10 ग्राहकों पर निर्भर करता है (FY25 में 52.54%),। इसी तरह, कच्चे माल के लिए, यह शीर्ष 10 आपूर्तिकर्ताओं पर अत्यधिक निर्भर है (FY25 में 98.45%),। इन संबंधों में किसी भी व्यवधान से व्यवसाय को गंभीर नुकसान हो सकता है।
• कच्चे माल के मूल्य में अस्थिरता: तांबे और एल्युमीनियम जैसे प्राथमिक कच्चे माल की कीमतें लंदन मेटल एक्सचेंज (LME) से जुड़ी होती हैं और बाजार के उतार-चढ़ाव के अधीन होती हैं। यदि इन लागतों को ग्राहकों तक नहीं पहुंचाया जा सका, तो कंपनी के लाभ मार्जिन प्रभावित होंगे।
• नकारात्मक नकदी प्रवाह: कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2025 और 2024 में परिचालन गतिविधियों से नकारात्मक नकदी प्रवाह दिखाया है। भविष्य में पर्याप्त कार्यशील पूंजी जुटाने में विफलता से विकास योजनाएं बाधित हो सकती हैं।
• क्षेत्रीय और उत्पाद एकाग्रता: कंपनी का अधिकांश राजस्व बिजली क्षेत्र (FY25 में 74.79%) और विशेषीकृत MWW की बिक्री पर निर्भर है। इन क्षेत्रों या उत्पादों की मांग में कमी से व्यवसाय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
• निर्यात जोखिम: कंपनी का राजस्व निर्यात से आता है (FY25 में 33.20%), जिससे यह विदेशी विनिमय दर के उतार-चढ़ाव, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार शुल्कों और विदेशी नियामकीय नीतियों के जोखिमों के प्रति संवेदनशील हो जाती है। 

KSH International और संचालकों से संबंधित विवाद और कानूनी कार्रवाई

कंपनी और उसके संचालकों से जुड़ी कुछ कानूनी और नियामक कार्यवाही लंबित हैं:
• संचालकों से संबंधित मुकदमेबाजी: निदेशकों (प्रमोटरों को छोड़कर) के विरुद्ध 1 आपराधिक और 1 टैक्स कार्यवाही लंबित है। हालांकि, इन्हीं निदेशकों द्वारा दायर किए गए 2 भौतिक नागरिक मुकदमे लंबित हैं, जिनमें एक बड़ी राशि ₹1,360.00 मिलियन शामिल है। प्रमोटरों से संबंधित 2 TAX कार्यवाही भी लंबित हैं, जिनमें ₹2.78 मिलियन की राशि शामिल है।
• आकस्मिक देनदारियाँ: 30 जून, 2025 तक, कंपनी की ₹34.92 मिलियन की खुली बैंक गारंटी (open bank guarantees) के रूप में आकस्मिक देनदारियां थीं।

KSH International IPO: Opening, closing, allotment, listing, date

  • IPO Open Date - Tue, Dec 16, 2025
  • IPO Close Date - Thu, Dec 18, 2025
  • Tentative Allotment - Fri, Dec 19, 2025
  • Initiation of Refunds - Mon, Dec 22, 2025
  • Credit of Shares to Demat - Mon, Dec 22, 2025
  • Tentative Listing Date - Tue, Dec 23, 2025
  • Cut-off time for UPI mandate confirmation - 5 PM on Thu, Dec 18, 2025

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