सिवनी, 4 दिसंबर 2025: मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अरी में योग कार्यक्रम के दौरान बच्चों से ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगवाने के गंभीर आरोप के बाद प्रभारी प्राचार्य प्रतीक्षा मानगढ़े को जिला शिक्षा अधिकारी ने तुरंत पद से हटा दिया है। उधर प्रतीक्षा मानगढ़े ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि उनका मकसद सिर्फ सर्वधर्म समभाव दिखाना था, किसी की भावनाएं आहत करने का इरादा नहीं था
3 दिसंबर को स्कूल के बाहर प्रदर्शन हुआ
दरअसल 1 दिसंबर को गीता जयंती के मौके पर आयोजित योग कार्यक्रम में प्रभारी प्राचार्य ने बच्चों को यह नारा लगवाया था। घर लौटकर बच्चों ने परिजनों को बताया तो मामला तूल पकड़ लिया। 3 दिसंबर को सैकड़ों अभिभावक और स्टूडेंट्स ने स्कूल गेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। विश्व हिंदू परिषद, हिंदू उत्सव समिति, संस्कृति बचाओ मंच और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी मोर्चा खोल दिया।
प्रदर्शन की सूचना मिलते ही डीईओ एसएस कुमरे मौके पर पहुंचे और माहौल शांत करने के लिए प्रतीक्षा मानगढ़े को तुरंत हटाने का ऑर्डर जारी कर दिया। साथ ही चार सदस्यीय जांच कमेटी भी गठित कर दी, जिसमें सहायक संचालक आरपी पाटिल, प्राचार्य आभा सिंह, रश्मि गौर और हेमंत मरावी शामिल हैं। कमेटी को तीन दिन में रिपोर्ट देनी है।
प्राचार्य का बैकग्राउंड चेक होनी चाहिए
हिंदू संगठनों का गुस्सा अभी थमा नहीं है। संस्कृति बचाओ मंच के चंद्रशेखर तिवारी ने तो सीधे बर्खास्तगी और FIR की मांग कर दी है। उनका कहना है कि प्राचार्य का बैकग्राउंड चेक होना चाहिए, कहीं ये किसी खास विचारधारा से जुड़ी तो नहीं जो स्कूल जैसे पवित्र स्थान को दूषित कर रही हैं। एबीवीपी के जिला संयोजक सूजल मिश्रा ने भी कार्रवाई को सराहा लेकिन जांच को और सख्त करने की बात कही।
उधर प्रतीक्षा मानगढ़े ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि उनका मकसद सिर्फ सर्वधर्म समभाव दिखाना था, किसी की भावनाएं आहत करने का इरादा नहीं था और बच्चों से स्वेच्छा से नारे लगवाए गए थे।
जांच रिपोर्ट आने के बाद ही साफ होगा कि आगे क्या एक्शन होगा। फिलहाल स्कूल में शांति है लेकिन हिंदू संगठन FIR और सख्त सजा की मांग पर अड़े हैं।
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