ग्वालियर, 20 दिसंबर 2025: डबरा में कक्षा दसवीं और बारहवीं टॉप करके इंदौर से इंजीनियरिंग करने वाले नवजीत सिंह राणा ने ग्वालियर के गोला का मंदिर क्षेत्र में सुसाइड कर लिया। उसके खिलाफ एक महिला ने अपनी 3 साल की मासूम बच्ची के साथ रेप का मुकदमा दर्ज करवा दिया था और राजीनामा करने के बदले ₹60 लाख मांग रही थी।
ग्वालियर के गोला का मंदिर इलाके में एक दर्दनाक घटना सामने आई है जहां 26 साल के ब्रिलियंट इंजीनियर लवजीत सिंह राणा उर्फ लव ने जहर खाकर अपनी जान दे दी। लव के खिलाफ डबरा में करीब 3 साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म का आरोप लगा था और POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज था। लेकिन परिजनों का दावा है कि ये पूरा मामला झूठा था, बच्ची की मां ने पैसे ऐंठने के लिए साजिश रची और ब्लैकमेलिंग की।
परिजनों ने बताया कि राजीनामा करने के लिए बच्ची की मां 60 लाख रुपये मांग रही थी। पहले ही 30 लाख दे चुके थे, फिर भी और 30 लाख की डिमांड की जा रही थी। वकील तपन त्रिवेदी भी लगातार धमका रहे थे और पैसे लाने का दबाव बना रहे थे। इस मानसिक तनाव और डिप्रेशन से परेशान होकर लव ने शुक्रवार रात जहर खा लिया। शनिवार सुबह जब घरवाले उसे बुलाने गए तो वो अचेत पड़ा था। अस्पताल ले गए लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
लव मूल रूप से डबरा के रामगढ़ का रहने वाला था। उसने बीटेक किया था और इंदौर के आईपीएस इंस्टीट्यूट से पढ़ाई पूरी करने के बाद गुरुग्राम की एक मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छी जॉब कर रहा था। डबरा में वो टॉपर था, दसवीं और बारहवीं दोनों में अव्वल आया। अप्रैल 2025 में छुट्टी पर घर आया था तभी दोस्त आकाश से मिलने गया। आकाश ठेकेदार राजेंद्र गुप्ता का बेटा है और उनकी किरायेदार ने अपनी 2 साल 11 महीने की बच्ची के साथ दुष्कर्म का आरोप लगाकर FIR दर्ज करा दी।
महिला का कहना था कि 22 अप्रैल को दोपहर साढ़े बारह बजे लव और आकाश बच्ची को कार में घुमाने ले गए और बैक सीट पर गंदी हरकत की। बच्ची डरी हुई लौटी और प्राइवेट पार्ट पर चोट के निशान थे। लेकिन परिजनों का आरोप है कि ये सब पैसे के लिए झूठी कहानी गढ़ी गई। केस दर्ज होने के बाद लव की जॉब चली गई, वो डिप्रेशन में चला गया और डबरा से दूर ग्वालियर की पुरुषोत्तम विहार कॉलोनी में चाचा विपिन राणा के यहां रहने लगा।
पुलिस ने घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। गोला का मंदिर थाने के SI तुलाराम कुशवाह ने बताया कि युवक ने जहर खाया था, जांच चल रही है और जो तथ्य सामने आएंगे उसी आधार पर एक्शन लिया जाएगा।
ये मामला एक बार फिर झूठे आरोपों और ब्लैकमेलिंग की वजह से युवाओं के टूटते सपनों की कहानी बयां करता है। लव जैसा होनहार लड़का, जो अपनी मेहनत से ऊंचाई पर पहुंच रहा था, वो बस मानसिक प्रताड़ना की वजह से सब कुछ छोड़ गया।
इस तरह के अन्य मामले भी सामने आते रहते हैं जहां POCSO जैसे गंभीर केसों में झूठे आरोप लगाकर ब्लैकमेलिंग की जाती है और आरोपी डिप्रेशन में खुदकुशी कर लेते हैं। हाल ही में कई राज्यों से ऐसे रिपोर्ट्स आए हैं जहां आरोपी कोर्ट परिसर में या जेल में सुसाइड कर चुके हैं। ये सिस्टम की कमियों को भी उजागर करता है कि बिना ठोस सबूत के कैसे केस आगे बढ़ते हैं और निर्दोष की जिंदगी बर्बाद हो जाती है। पुलिस को जांच में पारदर्शिता बरतनी चाहिए ताकि सच जल्दी सामने आए।
.webp)