भोपाल, 20 दिसंबर 2025: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल अब एक बड़े महानगरीय क्षेत्र का हिस्सा बन गई है, जो न सिर्फ शहर को बल्कि आसपास के इलाकों को भी योजनाबद्ध तरीके से विकसित करेगा। आज कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल मेट्रो शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भोपाल महानगरीय क्षेत्र का मानचित्र भी लॉन्च किया। इस मौके पर केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद रहे।
रायसेन, विदिशा, राजगढ़, सीहोर और नर्मदापुरम
इस नए महानगरीय क्षेत्र में भोपाल जिले के साथ-साथ पड़ोसी पांच जिलों रायसेन, विदिशा, राजगढ़, सीहोर और नर्मदापुरम के क्षेत्र शामिल किए गए हैं। कुल मिलाकर 12 नगरीय क्षेत्र और 30 तहसीलें इसमें आएंगी, साथ ही लगभग 2524 ग्राम और 12,099 वर्ग किलोमीटर का विशाल क्षेत्रफल। कुछ रिपोर्ट्स में इसे करीब 9,600 वर्ग किलोमीटर बताया गया है, लेकिन आधिकारिक मानचित्र के अनुसार यह बड़ा प्लान है जो भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
खास बात यह है कि मंडीदीप, गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र, भोपाल आईटी पार्क, सीहोर का आष्टा एग्रो प्रोसेसिंग और नर्मदापुरम का मोहासा इंडस्ट्रियल एरिया भी इस महानगर क्षेत्र में शामिल होंगे। इसके लिए महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण गठित करने की पहल शुरू हो चुकी है, जिसकी अध्यक्षता खुद मुख्यमंत्री करेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम में कहा कि इस पहल से लगभग 10 लाख नए रोजगार सृजित होंगे। मेट्रो के विस्तार, बेहतर सड़क और रेल कनेक्टिविटी से राज्य और देश के अन्य शहरों तक आसानी से पहुंच संभव होगी। पर्यटन को नया बढ़ावा मिलेगा और पूरा विकास योजनाबद्ध, समन्वित तरीके से होगा। अधोसंरचना मजबूत होगी, कस्बों-नगरों के बीच संपर्क बढ़ेगा और आर्थिक प्रगति के साथ समग्र विकास का लाभ हर नागरिक तक पहुंचेगा। कुल मिलाकर, यह परियोजना मध्य प्रदेश को देश के प्रमुख आर्थिक विकास क्षेत्रों में शुमार करने में बड़ी भूमिका निभाएगी। कुछ सूत्रों के अनुसार, चरणबद्ध तरीके से 5800 करोड़ रुपये के निवेश से विभिन्न विकास परियोजनाएं भी शुरू होंगी।
यह आयोजन उसी दिन हुआ जब भोपाल मेट्रो की ऑरेंज लाइन का भी उद्घाटन किया गया। सुभाष नगर से एम्स तक करीब 6-7 किलोमीटर के प्राथमिकता कॉरिडोर पर मेट्रो ट्रेनें कल 21 दिसंबर से कमर्शियल सर्विस शुरू करेंगी। मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने खुद मेट्रो में सवारी कर हरी झंडी दिखाई। यह भोपाल के लिए डबल खुशखबरी वाला दिन रहा, जहां एक तरफ मेट्रो ने शहर को रफ्तार दी, तो दूसरी तरफ महानगरीय क्षेत्र ने बड़े स्तर पर विकास का रोडमैप तैयार किया।
भोपालवासियों के लिए यह सचमुच गर्व का पल है कि उनकी झीलों की नगरी अब आधुनिक और विस्तारित रूप में देश के नक्शे पर और मजबूती से उभरेगी। आने वाले सालों में यह क्षेत्र न सिर्फ आर्थिक हब बनेगा बल्कि जीवन स्तर को भी बेहतर बनाएगा।
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