भोपाल, 27 नवंबर 2025: VIT BHOPAL के नाम से प्रसिद्ध सीहोर जिले में स्थित VIT यूनिवर्सिटी के संचालक अपनी वेबसाइट पर खुद को India's Best Private University घोषित करते हैं परंतु 25 नवंबर 2025 की रात जो खुलासा हुआ उसने पूरे देश का ध्यान खींच लिया है। इस मामले में मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने सीहोर जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर से कहा कि यहां बैठकर सिस्टम नहीं बनेगा। यूनिवर्सिटी कैंपस का दौरा करके पूरी रिपोर्ट दीजिए। मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार को भी उनका कर्तव्य याद दिलाया।
मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर को विद्यार्थियों की प्रॉब्लम सॉल्व करने की जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बताया है कि, आज वीआईटी यूनिवर्सिटी प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए सीहोर जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर को परिसर का अविलंब दौरा कर छात्र-छात्राओं व प्रबंधन से संवाद स्थापित करने तथा आवश्यक कदम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। यहां उल्लेख करना जरूरी है कि, इतना बड़ा कांड हो जाने के बावजूद प्रभारी मंत्री ने इस समाचार के लिखे जाने तक यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट को सपोर्ट किया। विरोध कर रहे विद्यार्थियों को शांत करने नहीं बल्कि बलपूर्वक कंट्रोल करने के लिए पैरामिलिट्री फोर्स भेज दी, और प्रॉब्लम सॉल्व करने के स्थान पर स्टूडेंट को परेशान करने के लिए यूनिवर्सिटी की अचानक छुट्टी घोषित करवा दी। भूखे प्यासे विद्यार्थियों को सीहोर के उस गांव से पैदल जाना पड़ा।
मुख्यमंत्री ने इंदर सिंह परमार को कर्तव्य याद दिलाया
मध्य प्रदेश में सभी सरकारी और प्राइवेट यूनिवर्सिटी और कॉलेज के विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान करना, मध्य प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार की जिम्मेदारी है, लेकिन वह अपना काम छोड़कर लोकल की पार्टी पॉलिटिक्स में लगे रहते हैं। राजधानी में खुद को एक आदर्श बात नेता साबित करने की कोशिश करते रहते हैं। मूल रूप से उच्च शिक्षा मंत्री की लापरवाही के कारण VIT भोपाल यूनिवर्सिटी में एक छात्र की मौत हुई, उग्र आंदोलन हुआ, हिंसा और आगजनी हुई। यदि डिपार्टमेंट अपना काम करता तो सिर्फ ड्रिंकिंग वॉटर की प्रॉब्लम के कारण कितना बड़ा कांड नहीं होता। मुख्यमंत्री ने आज उच्च शिक्षा मंत्री को उनका कर्तव्य याद दिलाया। डॉ मोहन यादव ने कहा कि, ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार को निजी विश्वविद्यालयों, शिक्षण संस्थानों की उच्च स्तरीय समीक्षा कर छात्र हितों से जुड़ी समस्याओं की पहचान एवं त्वरित निराकरण के निर्देश भी दिए।
सीहोर कलेक्टर को निर्देश: खाना पानी की प्रॉब्लम तत्काल सॉल्व करो
सीएम मोहन यादव ने बताया कि, जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी विद्यार्थियों के भोजन-पानी से संबंधित समस्या को संज्ञान में लेकर त्वरित निराकरण करने के लिए निर्देशित किया है। विद्यार्थियों का हित और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
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